दरभंगा: जिले के नगर थाना क्षेत्र के बड़ी बाजार में 9 दिसंबर को अलंकार ज्वेलर्स में दिनदहाड़े हुए 10 करोड़ के सोने की लूट मामले में शनिवार को पुलिस ने खुलासा किया. दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में लूट कांड के लाइनर सहित 7 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 1 देसी कट्टा, 2 जिंदा कारतूस, 2 बाइक, नशीला पदार्थ सहित घटना में इस्तेमाल किए गए अन्य सामान बरामद किए गए हैं.
कन्हैया साह ने किया था लाइनर का काम
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के क्रम में पता चला कि अलंकार ज्वेलर्स में हुई लूट में सोनार का काम करने वाले कन्हैया साह ने लाइनर के रूप में काम किया था. वह एक साल पहले तक पटना के बाकरगंज स्थित अन्नपूर्णा ज्वेलर्स के यहां काम करता था. इसके चलते उसका अलंकार ज्वेलर्स के यहां आना-जाना था. बाद में कन्हैया ने अपनी दुकान खोल ली, जिसके बाद भी उसका अलंकार ज्वेलर्स आना-जाना जारी रहा. इसी क्रम भारी मात्रा में ज्वेलरी का पता होने के कारण उनके मन में लालच आ गई.
मनीष सहनी गैंग ने दिया घटना को अंजाम
बाबूराम ने कहा कि इसी बीच चार माह पहले कन्हैया का संपर्क मधुबनी के जयनगर के एक शातिर अपराधी दिनेश यादव से हुई. उसने दिनेश को अपने ही मोहल्ले में किराये का कमरा दिलाया. इसके बाद कन्हैया दिनेश की मदद से लूट की योजना बनाने लगा. परंतु धीरे-धीरे इसको लगने लगा कि यह काम अकेले दिनेश के बस का नहीं है तब उसने अपने मित्र भूषण सहनी को इसके बारे में बताया. भूषण सहनी ने हाजीपुर के मनीष सहनी गैंग को बताया. यह गैंग हाजीपुर में सोना लूट के बड़े कांड को अंजाम दे चुका था.
पुलिस की मूवमेंट पर भी नजर रख रहे थे अपराधी
बाबूराम ने कहा कि भूषण सहनी ने मनीष सहनी को दरभंगा बुलाकर कन्हैया साह के साथ मीटिंग कराई. अपराध की योजना के अनुसार पहले दुकान, बाजार और रास्ते की रेकी की गई. 9 तारीख की सुबह 5 बजे सभी अपराधी एनएच की ओर फ्रेश होने चले गए और फ्रेश होकर घटनास्थल पर पहुंच गए. इस दौरान स्थानीय अपराधी पुलिस की मूवमेंट पर नजर रख रहे थे. दूसरे जिला से आए अपराधियों ने लूट की और अलग-अलग रास्ते से भाग गए.
"अभी तक के अनुसंधान में 7 स्थानीय, 6 हाजीपुर और 3 जयनगर के अपराधियों की संलिप्तता सामने आई है. इनमें से हाजीपुर का मनीष सहनी और इसके गिरोह के कई अन्य लोग पहले भी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. इनकी तलाश झारखंड पुलिस भी कर रही है. लूट कांड के अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी और लूटे गए सोने की बरामदगी के लिए जगह-जगह पर छापेमारी की जा रही है." बाबूराम, एसएसपी दरभंगा