दरभंगा: अपने घायल पिता को हरियाणा के गुरुग्राम से साइकिल पर बिठाकर दरभंगा पहुंची, साइकलिंग गर्ल ज्योति को भाकपा (माले) ने सम्मानित किया है. सोमवार को भाकपा (माले) की टीम ज्योति के घर पहुंची और सम्मानित करते हुए राशन के अलावा पढ़ाई सामग्री के लिए 500 रुपये दिये.
दरभंगा: साइकलिंग गर्ल ज्योति कुमारी को भाकपा(माले) ने किया सम्मानित
भाकपा(माले) नेता ने ज्योति के हौसले की तारीफ करते हुए कहा कि ज्योति ने बहादुरी का काम करते हुए आज समाज से लड़का-लड़की के भेद को मिटा दिया और साबित कर दिया कि लड़की भी श्रवण कुमार बनकर माता-पिता की सेवा कर सकती है.
इस दौरान भाकपा (माले) नेता लक्ष्मी पासवान ने कहा कि ज्योति की इस बहादुरी पर अभी तक नीतीश-मोदी सरकार का कोई वक्तव्य नहीं आना शर्म की बात है. उन्होंने कहा कि विदेश से ज्योति की तारीफ में बयान आ गया, लेकिन भारत सरकार और बिहार सरकार ने इस पर अभी तक कोई बयान नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि इस अवसर पर पार्टी की ओर से ज्योति के परिवार को 30 किलो चावल, 1 किलो दाल, 5 किलो आलू, 1 किलो प्याज, दो किताब, ज्योति और उसके माता के लिए कपड़े और ज्योति को पढाई सामग्री के लिए 500 रुपये दिये गये.
लड़का-लड़की का भेद मिटाकर ज्योति ने मिसाल कायम किया
वहीं, भाकपा(माले) नेता प्रिंस कुमार ने ज्योति के हौसले की तारीफ करते हुए कहा कि ज्योति ने बहादुरी का काम करते हुए आज समाज से लड़का-लड़की के भेद को मिटा दिया और साबित कर दिया कि लड़की भी श्रवण कुमार बनकर माता-पिता की सेवा कर सकती है. वहीं, उन्होंने कहा कि जब सरकारी व्यवस्था विफल हो गई तो ज्योति ने वैकल्पिक रास्ते का इजाद कर लोगों को चौंका दिया है.