दरभंगा:8 नवंबर 2020 को दरभंगा एयरपोर्ट (Darbhanga Airport) से हवाई सेवा की शुरुआत हुई थी. यहां से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए सीधी फ्लाइट शुरू हुई थी. शुरुआत के महज 6 महीनों के भीतर दरभंगा एयरपोर्ट ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कर ली हैं. बावजूद इसके यहां का किराया पटना एयरपोर्ट से भी दोगुना वसूला जा रहा है. इस वजह से गरीब तबके के लोग दरभंगा एयरपोर्ट से सफर करने से वंचित हो रहे हैं.
ये भी पढ़ें-Achievement Of Darbhanga Airport: 6 महीने में सवा दो लाख यात्रियों ने भरी उड़ान, कई बड़े हवाई अड्डों को पछाड़ा
उपलब्धियों के बीच मनमानी
उड़ान योजना के तहत देशभर में संचालित हवाई अड्डों में दरभंगा एयरपोर्ट पहले स्थान पर पहुंच गया है. साथ ही पूर्वी क्षेत्र के कोलकाता रीजन में इस एयरपोर्ट ने भुवनेश्वर, बागडोगरा और रायपुर जैसे कई बड़े एयरपोर्ट को पछाड़कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है. इन 6 महीनों के भीतर दरभंगा एयरपोर्ट से तकरीबन सवा दो लाख यात्रियों ने हवाई सफर किया है.
दरभंगा एयरपोर्ट से हवाई सेवा तीसरा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट
अप्रैल महीने में लॉकडाउन के दौरान भी यहां से 40 हज़ार से ज्यादा यात्रियों ने उड़ान भरी है. इस अवधि में यहां से 320 फ्लाइट का संचालन हुआ. 3 फ्लाइट से शुरू हुआ दरभंगा एयरपोर्ट का सफर आज 8 फ्लाइट तक जा पहुंचा है. यहां से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु के लिए दो-दो फ्लाइट चल रही हैं, जबकि कोलकाता और अहमदाबाद के लिए एक-एक फ्लाइट चल रही है. साथ ही हैदराबाद के लिए भी यहां से फ्लाइट चली थी. यात्रियों के मामले में यहां से तकरीबन हर फ्लाइट फुल जाती है.
पटना एयरपोर्ट से भी दोगुना किराया यात्रियों से वसूल रहे मनमाना किराया
मधुबनी के एक यात्री मो. रकीबुल ने कहा कि दरभंगा में एयरपोर्ट की शुरुआत से यह सुविधा तो हो गई कि घर के नजदीक से महानगरों के लिए फ्लाइट मिलने लगी. इससे यहां के लोगों को काफी खुशी हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़ान योजना की शुरुआत के समय जो सपना दिखाया था वह सपना अभी पूरा नहीं हुआ है.
''पटना एयरपोर्ट से दिल्ली का किराया जहां 5 से 8 हजार तक है. वहीं, दरभंगा से उड़ान योजना की 40 सीटों के बाद यह किराया 14 हज़ार से शुरू होता है. ऐसे में कोई गरीब आदमी कैसे हवाई सफर करेगा, यह सहज ही सोचा जा सकता है.''-मो. रकीबुल, स्थानीय
उड़ान योजना के तहत बना दरभंगा एयरपोर्ट ये भी पढ़ें-दरभंगा एयरपोर्ट का भविष्य पटना एयरपोर्ट से ज्यादा अच्छा है- कैप्टन सुरेंद्र चौधरी
''सरकार ने दरभंगा में एयरपोर्ट की शुरुआत की थी तो लोगों को बेहद खुशी हुई थी. इस एयरपोर्ट ने महज 6 महीनों के भीतर बड़ी-बड़ी उपलब्धियां हासिल कर ली है. इससे मिथिलांचल के लोगों में खुशी है लेकिन आज भी सामान्य आदमी इस एयरपोर्ट से सफर नहीं कर पा रहा है. दूसरे एयरपोर्ट की तुलना में कई गुना ज्यादा किराया यहां वसूला जा रहा है.''-ब्रह्मचारी सुप्रियानंद, स्थानीय
दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्री आम लोगों के बस में नहीं हवाई सफर
इस संबंध में हमने एक विशेषज्ञ प्रमंडलीय चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पवन सुरेका से बात की तो उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट शुरुआत के महज 6 महीनों के भीतर उड़ान योजना के तहत संचालित देश के एयरपोर्ट में प्रथम स्थान पर पहुंच गया है. इसके अलावा इतने पूर्वी क्षेत्र में कई बड़े एयरपोर्ट को पछाड़कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है. यह तो बड़ी उपलब्धि है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आज भी साधारण आदमी दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ान नहीं भर रहा है.
''दरभंगा एयरपोर्ट से 14 से 16 हजार तक दिल्ली के लिए किराया वसूला जाता है. वहीं, पटना से दिल्ली के लिए 5 हजार तक में यह फ्लाइट मिल जाती है. स्पाइसजेट ने दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और बेंगलुरु के लिए जो दूसरी फ्लाइट शुरू की है वह पूरी तरह कमर्शियल है, जिसमें उड़ान योजना के तहत किराया लागू नहीं होता है. सरकार को विमानन कंपनी की मनमानी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर दरभंगा एयरपोर्ट से लोगों का विश्वास उठ जाएगा और वो दूसरी जगह डाइवर्ट हो जाएंगे.''-पवन सुरेका, अध्यक्ष, प्रमंडलीय चैंबर ऑफ कॉमर्स
ये भी पढ़ें-दरभंगा एयरपोर्ट को लेकर सीएम नीतीश ने की उच्च स्तरीय बैठक, सेवा विस्तार पर हुई चर्चा
उन्होंने कहा कि सरकार को दरभंगा एयरपोर्ट से दूसरी विमानन कंपनियों जैसे इंडिगो और एयर इंडिया को भी अनुमति देनी चाहिए. कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि यहां से इंडिगो को उड़ान संचालन की अनुमति मिल गई है और इंडिगो के अधिकारी भी दरभंगा आए थे. उन्होंने आशंका जताई की स्पाइसजेट से कोई मिलीभगत है, जिसकी वजह से दूसरी कंपनियों को यहां आने की अनुमति नहीं मिल रही है.