दरभंगा: डीएमसीएच सहित बिहार में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ आइसा ने प्रतिवाद दिवस मनाया. इस दौरान आइसा दरभंगा कमेटी ने आठ सूत्री मांग रखी. जिसमें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का इस्तीफा, डीएमसीएच की बदहाल व्यवस्था के जिम्मेवार अधीक्षक डॉ. आर आर प्रसाद सहित कई कर्मियों पर कारवाई की मांग, डीएमसीएच में आईसीयू बढ़ाने और ऑक्सीजन की प्रयाप्त व्यवस्था करने, कोरोना का टेस्टिंग बढ़ाने की मांग शामिल हैं.
DMCH में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ आइसा का प्रदर्शन - स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे
बिहार में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर आइसा ने प्रतिवाद दिवस मनाया. इस दौरान कमेटी ने आठ सूत्री मांगों के सरकार के सामने रखा है. साथ ही कोरोना की टेस्टिंग में तेजी लाने की बात कही है.
वहीं, प्रतिवाद दिवस के माध्यम से आइसा राज्य सह सचिव संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था वेटिलेटर पर है. उन्होंने कहा कि एक तरफ डॉक्टर की कमी है. वहीं, सीनियर डॉक्टर क्लिनिक चलाने में व्यस्त हैं. उन्होंने कहा कि डीएमसीएच में इलाज के आभाव में गंगा देवी, रूमी साहब और प्रोफेसर उमेश चंद्र कर्ण ने दम तोड़ दिया. लेकिन उनके देख-रेख के लिए एक भी सीनियर डॉक्टर नहीं आए. आइसा राज्य सह सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री चुनाव की तैयारी में व्यस्त हैं. उन्होंने मंगल पांडे की इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था यदि ठीक नहीं हुआ, तो जल्द ही सड़कों पर नागरिक आंदोलन तेज होगा.
‘दोषियों के खिलाफ हो सख्त करवाई’
आइसा के जिला अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि डीएमसीएच से लेकर अनुमंडल और प्रखंड स्तरीय अस्पताल तक आईसीयू की व्यवस्था करने की सरकार से मांग की. उन्हीने डीएमसीएच में ऑक्सीजन की कमी से रूमी साहब की मौत की जांच की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना की जांच की गति धीमी है. उसमें में तेजी लाई जाए. प्रिंस राज ने डीएमसीएच में पर्याप्त मात्रा में आईसीयू की व्यवस्था करने की मांग करते हुए कहा कि डीएमसीएच में लगातार हो रही घटना के जिम्मेवार अधीक्षक डॉ. आर आर प्रसाद के खिलाफ करवाई की जाए.