दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विवि में बड़ी संख्या में छात्र स्नातकोत्तर कक्षाओं में नामांकन नहीं ले पाए. नामांकन की आखिरी तारीख 3 जुलाई तक थी. विवि में नमांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रकिया है. ऑनलाइन आवेदन के दौरान छात्रों ने सही जानकारी नहीं भरी जिससे एडमिशन में दिक्कत हो रही है.
आवेदन में गड़बड़ी
मिथिला विवि में स्नातकोत्तर कक्षाओं में नामांकन न होने से छात्र परेशान हैं. छात्रों ने ऑनलाइन आवेदन करते समय गड़बड़ी की थी. विषय चयन में सही जानकारी न होने से नमांकन नहीं मिल रही है. वहीं बहुत से छात्रों ने अपनी कैटेगरी तक गलत भरी है. अब विद्यार्थी नामांकन के लिए विवि मुख्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. छात्रों की ओर से दी गई गलत जानकारी के कारण विवि को भी परेशानी हो रही है. वहीं कुछ विद्यार्थियों का कहना है कि यह गड़बड़ी इंनटरनेट स्लो होने के कारण हुई. आवेदन के समय हमलोगों ने सभी जानकारियां सही भरी थी.
ऑन लाइन फॉर्म भरने में गड़बड़ी के कारण पीजी में एडमिशन से कई छात्र हुए वंचित
नामांकन की अंतिम तारीख 3 जुलाई थी, ऑनलाइन आवेदन में विषय और कैटेगरी की सही जानकारी नहीं भरने से एडमिशन नहीं मिल रहा है. वहीं छात्र इस गड़बड़ी की वजह इंनटरनेट को बता रहे हैं.
अब इन छात्रों का क्या?
ललित नारायण मिथिला विवि के क्षेत्राधिकार में दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और बेगूसराय जिले आते हैं. यहां के छात्र अपनी पढ़ाई इस विश्व विद्यालय से करते हैं. नामांकन न मिलने वाले छात्रों की तादाद बड़ी है. इंटरनेट और सर्वर के गड़बड़ी से छात्रों का भविष्य दांव पर है. एडमिशन को लेकर छात्र विवि का चक्कर लगाने को मजबूर है. वहीं नामांकन का अंतिम तारीख बीत जाने से छात्र परेशान हैं.
'विषय में सुधार नहीं होगा'
ललित नारायण मिथिला विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो. रतन कुमार चौधरी ने छात्रों से कहा कि इस बारे में बैठक कर निर्णय लिया जाएगा. सॉफ्टवेयर कम्पनी से भी बात की जाएगी. वहीं, उन्होंने छात्रों को गैरजिम्मेदार बताते हुए कहा कि छात्र साइबर कैफे में ऑनलाइन फॉर्म भरने के दौरान सजग नहीं रहते हैं. इस वजह से गलती होती है. छात्रों के साथ विवि को भी परेशानी होती है. अगर सुधार होता है तो केवल कैटेगरी सुधारी जाएगी. विषय में सुधार नहीं हो सकता है. जिन छात्रों के विषय में गड़बड़ी है, उनका नामांकन शायद नहीं हो पाएगा.