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दरभंगा: स्थापना दिवस समारोह में खाली कुर्सियां देख भड़के मंत्री, अधिकारियों को लगाई फटकार - Foundation Day celebrations of darbhanga

महेश्वर हजारी ने पंडाल में खाली पड़े कुर्सी को देख कर कहा कि जिले का स्थापना दिवस कार्यक्रम मनाने के लिए सरकार भरपूर राशि देती है. यह सरकारी कार्यक्रम है, इसमें कंजूसी ठीक नहीं है.

Foundation Day celebrations of darbhanga
स्थापना दिवस समारोह में खाली कुर्सी देखकर भड़के मंत्री

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Published : Jan 1, 2020, 10:49 AM IST

दरभंगा:बिहार सरकार के योजना और विकास विभाग के मंत्री महेश्वर हजारी ने जिले के 146वां स्थापना दिवस समारोह का विधिवत उदघाटन किया. इस मौके पर विधान परिषद सदस्य दिलीप चौधरी, नगर विधायक और प्रभारी जिलाधिकारी ने भी संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित किया. वहीं, कार्यक्रम स्थल पर खाली कुर्सी देख मंत्री महेश्वर हजारी ने मंच से ही अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए था.

'कार्यक्रम में कंजूसी ठीक नहीं'
महेश्वर हजारी ने कहा कि कार्यक्रम में स्थानीय स्वतंत्रता सेनानी और बुद्धिजीवियों के अलावा जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करना चाहिए था, जो नहीं हुआ. दरअसल जिला स्थापना दिवस के मौके पर पहुंचे मंत्री ने पंडाल में खाली पड़ी कुर्सियों को देख कर कहा कि जिले का स्थापना दिवस कार्यक्रम मनाने के लिए सरकार भरपूर राशि देती है. ये सरकारी कार्यक्रम है, इसमें कंजूसी ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि दरभंगा की संस्कृति काफी समृद्ध रही है. यहां की चर्चा पूरे देश सहित विदेशों में भी होती है, लेकिन इस कार्यक्रम में उसकी झलक नहीं दिख रही है.

देखें ये रिपोर्ट

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'जिला प्रशासन ने नहीं किया प्रचार'
महेश्वर हजारी ने कहा कि मिथिलांचल की पहचान पान, मखान, मछली और मिथिला पेंटिंग से होती है, लेकिन उसकी एक झलक भी यहां नहीं दिख रही है. जो आयोजन समिति की कमी है. उन्होंने कहा कि दरभंगा महाराज के कारण ही बिहार की राजधानी पटना बनी थी. ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से इस तरह की जानकारी हमारे आने वाली पीढ़ी को मिलती है. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से कार्यक्रम का प्रचार प्रसार ठीक से नहीं किया गया, जो दुख का विषय है.

कार्यक्रम में खाली पड़ी कुर्सियां
वहीं, उद्घाटन के बाद अखिल भारतीय कवि सम्मेलन मुशायरा का आयोजन किया गया. जिसमें शिवकुमार व्यास, आलम सुलतानपुरी, सलीम शिवालवी और शिवकुमार तिवारी ने अपनी अनोखी प्रस्तुति दी.

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