पटना: हालिया लोकसभा चुनाव में बिहार में विपक्ष का सूपड़ा साफ हो गया है. 40 में से महज एक सीट पर जीत हासिल हुई है. मगर चिंता का विषय सिर्फ इतना भर नहीं है. असल में समस्या तो ये है कि 243 विधानसभा क्षेत्रों में से 224 विधानसभा क्षेत्रों में विपक्ष NDA से पिछड़ गया.
महागठबंधन का सूपड़ा साफ
लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त से विपक्ष के नेता चिंतित हैं. हार की वजह तलाशने की कोशिश जारी है. बिहार के 40 संसदीय क्षेत्र में 39 सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज की है. 2014 के लोकसभा चुनाव में भी एनडीए 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार विपक्ष के लिए चुनाव परिणाम बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
सिर्फ 19 विधानसभा क्षेत्र में विपक्ष आगे
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीट है. इस बार के चुनाव में मात्र 19 विधानसभा क्षेत्रों में महागठबंधन या अन्य दल एनडीए को पछाड़ने में सफल हो पाई. इस आंकड़े से विपक्षी दलों खासकर आरजेडी की परेशानी बढ़ती दिख रही है. किशनगंज लोकसभा क्षेत्र के 5 विधानसभा में से 2 विधानसभा क्षेत्रों में तो महागठबंधन के बजाय एआईएमआईएम के प्रत्याशी ने एनडीए को पछाड़ा है.
किशनगंज संसदीय क्षेत्र में विपक्ष को 5 सीटों पर बढ़त
- किशनगंज विधानसभा में 8043 वोटों से एनडीए पीछे
- अमौर विधानसभा में 25527 वोटों से एनडीए पीछे
- बायसी विधानसभा में 12682 वोटों से एनडीए पीछे
- बहादुरगंज विधानसभा में 15139 वोटों से एनडीए पीछे
- कोचाधामन विधानसभा में 29563 वोटों से एनडीए पीछे
जहानाबाद संसदीय क्षेत्र में विपक्ष को 3 सीटों पर बढ़त
- जहानाबाद विधानसभा में 1918 वोटों से एनडीए पीछे
- घोषी विधानसभा में 5032 वोटों से एनडीए पीछे
- मखदुमपुर विधानसभा में 6184 वोटों से एनडीए पीछे
पाटलिपुत्रा संसदीय क्षेत्र में विपक्ष को 2 सीटों पर बढ़त
- मसौढ़ी विधानसभा में 9640 वोटों से एनडीए पीछे
- पालीगंज विधानसभा में 3070 वोटों से एनडीए पीछे
औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में विपक्ष को 2 सीटों पर बढ़त
- गरुवा विधानसभा में 530 वोटों से एनडीए पीछे
- रफीगंज विधानसभा में 5030 वोटों से एनडीए पीछे
अररिया संसदीय क्षेत्र में विपक्ष को 2 सीटों पर बढ़त
- अररिया विधानसभा में 30193 वोटों से एनडीए पीछे
- जोकीहाट विधानसभा 54420 वोटों से एनडीए पीछे