रांची/पटना: इन दिनों सत्ता के गलियारे में सीएम नीतीश की एनडीए से नाराजगी की खबरें सुर्खियां बटोर रही है. इन सबके बीच महागठबंधन खेमे का सीएम के प्रति नरम रवैया भी चर्चाओं का बाजार गर्म कर रहा है.
कई मुद्दों पर जेडीयू का बीजेपी से अलग स्टैंड
कई मुद्दों पर जेडीयू का बीजेपी से अलग स्टैंड यह सवाल उठा रहा है कि क्या नीतीश कुमार एनडीए में घुटन महसूस कर रहे है. इस पर पूर्व सांसद शरद यादव ने तो यहां तक कह दिया है कि नीतीश ने एनडीए में जाकर गलती की है.शरद यादव रांची के रिम्स में आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव से मिलने पहुंचे थे. मुलाकात के बाद नीतीश के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब मेरे कई साथी एनडीए में जा रहे थे तब मैंने मना किया था.
शरद यादव का तंज
पूर्व सांसद ने कहा कि नीतीश को भी मैने एनडीए में जाने से रोकने की कोशिश की थी. कॉमन सिविल कोड, धारा 370,ट्रिपल तलाक जैसे कई मुद्दों पर दोनों दलों की विचारधारा बिल्कुल अलग है. आज किस तरह के हालात हैं वह सबको पता है. इन हालातों में हमारी बात ही सच साबित हुई. बीजेपी ने बहुत जल्द ही उन विवादास्पद मुद्दों पर कानून बना लिया.
नीतीश का सरकार पार्ट टू में सांकेतिक भागेदारी से इंकार
दरअसल पूरा मामला शुरु हुआ सरकार पार्ट टू में जेडीयू के शामिल नहीं होने के बाद से ही. नीतीश ने सांकेतिक भागेदारी से इंकार करते हुए सरकार को बाहर से समर्थन करने का फैसला किया. ठीक दो दिन बाद ही अपने कैबिनेट विस्तार में बीजेपी के किसी नेता को शरीक नहीं किया.
कई मुद्दों पर बीजेपी ने साधा सीएम नीतीश पर निशाना
ताजा मामले में मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की मौत पर सीएम नीतीश की चुप्पी पर बीजेपी के कई नेता-मंत्री उनपर निशााना साधते नजर आए. यहां तक की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी बीजेपी ने सीएम नीतीश पर सवाल उठाए. वहीं विरोधी खेमा लगातार इन परिस्थितियों को भुनानें में जुटा है. इन सभी घटना क्रम के मद्देनजर अब ये सवाल उठ रहे कि क्या वाकई नीतीश एनडीए में घुटन महसूस कर रहे है.