पटना: पीएमसीएच में इन दिनों लावारिस मरीजों की हालत बद से बदतर होती जा रही है. इन लोगों के लिए बनाया गया स्पेशल वार्ड अब बस नाम मात्र का रह गया है. प्रशासन के तरफ से कोई भी इनकी सूध लेने वाला नहीं है.
ठोकर खाने को हैं मजबूर
ये मरीज अस्पताल परिसर में ही ठोकर खाने को मजबूर है. मगर इनकी मदद के कोई आगे नहीं आता है. यहां सुरक्षा में लगे जवान भी तमाशबीन बने रहते हैं. यही नहीं अगर उन्हें लगता है कि वो उनके लिए परेशानी खड़े कर रहे हैं तो ये जवान उन्हें डंडा दिखाकर भागा देते हैं.
राजीव रंजन प्रसाद, अधीक्षक पीएमसीएच करोड़ों की लागत से बनाया गया था स्पेशल वार्ड
दरअसल, सरकार ने रोगी कल्याण समिति की ओर से करोड़ों की लागत से लावारिस मरीजों के लिए स्पेशल वार्ड बनावाया था. कुछ दिन तो यह अच्छे से चला, मगर चंद दिनों बाद ही यहां के मरीज दर-दर भटकते नजर आने लगे. अब इन मरीजों की सूध लेने वाला कोई नहीं है.
खोखले साबित हुए वादे
कुछ दिन पहले जब लावारिस वार्ड को स्पेशल वार्ड बनाया गया था तब पीएमसीएच के अधीक्षक ने इसके बारे में लंबे चौड़े वादे किए थे. मगर समय बीतने के साथ ही वादे भी हमेशा की तरह खोखले साबित हुए.