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बक्सर में सनातन संस्कृति समागमः श्रीलक्ष्मीनारायण यज्ञ शुरू होने से पहले निकली जलभरी कलश यात्रा

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Published : Nov 9, 2022, 8:37 PM IST

बक्सर में श्रीलक्ष्मीनारायण यज्ञ शुरू होने से पहले बुधवार काे जलभरी कलश यात्रा ( Kalash Yatra in Buxar) निकाली गयी. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. आज से स्वामी श्री अनंताचार्य जी महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया. आज सुर साम्राज्ञी अनुराधा पौडवाल अपने गायन से बाक्सरवासियों को मंत्रमुग्ध करेंगी.

सनातन संस्कृति समागमः
सनातन संस्कृति समागमः

बक्सर: जिले के अहिरौली स्थित माता अहिल्या धाम में आयोजित सनातन संस्कृति समागम (Sanatan Sanskriti Samagam at Ahilya Dham) के तीसरे दिन श्री जीयर स्वामी के मार्गदर्शन में श्रीलक्ष्मीनारायण यज्ञ शुरू होने से पहले बुधवार काे जलभरी कलश यात्रा निकाली गयी. कलश यात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. साथ ही आज से स्वामी श्री अनंताचार्य जी महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया. आज सुर साम्राज्ञी अनुराधा पौडवाल अपने गायन से बाक्सरवासियों को मंत्रमुग्ध करेंगी.

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बक्सर में सनातन संस्कृति समागम.


बक्सर नगर क्षेत्र का माहौल भक्तिमयः श्रीराम कर्मभूमि न्यास के तत्वावधान में माता अहिल्या धाम, अहिरौली, बक्सर में 9 दिवसीय सनातन संस्कृति समागम एवं अन्तर्राष्ट्रीय संत सम्मेलन का आयोजन किया गया है. आयोजन के तीसरे दिन केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के नेतृत्व में जल भरी कलश यात्रा निकाली गयी. हाथी, घोड़े और ऊंट पर सवार होकर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया. यज्ञस्थल स्थल से निकली रामभक्तों की विशाल कलश यात्रा नगर भ्रमण करते हुए राम रेखा घाट से जल भरने के पश्चात पुनः यज्ञस्थल पहुंचने पर समाप्त हुई. ऐसे में पूरा बक्सर नगर क्षेत्र इन दिनों भक्तिमय माहौल बन गया है.

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श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभः केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि जल भरी कलश यात्रा में लाखों लोग शामिल रहे. श्रद्धालु हाथी, घोड़े और ऊंट पर सवार होकर पूरे उत्साह के साथ नगर भ्रमण कर रहे थे. 25 किलोमीटर लंबी जल भरी कलश यात्रा से यह समागम महाकुंभ में तब्दील हो गया था. यात्रा के पश्चात इस ऐतिहासिक यज्ञभूमि में श्रीलक्ष्मीनारायण यज्ञ और श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ (Shrimad Bhagwat Katha in Buxar) हुआ. बता दें कि मंगलवार को आरएसएस सर संघचालक मोहन भागवत की अध्यक्षता में अन्तर्राष्ट्रीय संत सम्मेलन सम्पन्न हुआ. जिसके बाद संध्या कार्यक्रम में कैलाश खेर ने शिरकत किया था.

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