बक्सर: कोरोना संक्रमण को लेकर जिलाधिकारी अमन समीर काफी गंभीर हैं. जिले के अलग-अलग प्रखंड से अब भी दो से चार कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. जिसे देखते हुए जिलाधिकारी ने पत्र जारी कर घर से बाहर सभी लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. साथ ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों द्वारा चलाये जा रहे 'रोको टोको अभियान' को और सख्त करने के निर्देश दिए. डीएम ने नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए.
क्या कहते हैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ?
सिविल सर्जन डॉ. जितेन्द्र नाथ ने बताया की कोरोना से बचने के लिए अभी मास्क को ही वैक्सीन समझें. यदि शर्म और संकोच से मास्क नहीं पहनते हैं, तो याद रखे यs संकोच आपके जिंदगी से बड़ा नहीं है. कोरोना वायरस हवा से फैलकर किसी को भी संक्रमित कर सकता है. इसलिए जब भी बाहर निकले तो मास्क पहनना और सेनिटाइजर साथ रखना कभी ना भूलें.
जिला प्रशासन का रोको टोको अभियान 'मास्क आभूषण नहीं सुरक्षाकवच है'
मास्क के उपयोग की अनिवार्यता को देखते हुये विभाग ने इसके सही आकार और गुणवत्ता को लेकर दिशा निर्देश भी जारी किए हैं. इसके अनुसार एन-95 मॉस्क, तीन परत वाले सर्जिकल मास्क या जीविका समूहों के द्वारा तैयार किया गया मास्क, संक्रमण से बचाने के लिए सबसे सुरक्षित है. इसकी उपलब्धता नहीं होने पर घरों में खुद से तैयार किए साफ सूती कपड़े के डबल लेयर मास्क भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं. इन्हे धोकर दोबारा प्रयोग में भी लाया जा सकता है.
कोविड नियमों की पालना को लेकर प्रशासन सख्त मास्क प्रयोग में बरतें सावधानियां
- प्रयोग से पहले अच्छी तरह देखें की मास्क गंदा नहीं हो
- भीड़-भाड़ में मास्क उतारना या बदलना नुकसानदायक है
- मास्क पहनने और उतारने के उपरांत हाथों को साफ करें
- साफ, सूखे और संक्रमण मुक्त स्थान पर ही मास्क को रखें
- मास्क को उसके स्ट्रैप से पकड़कर ही उतारना और पहनना चाहिए
- मास्क नाक और मुंह पर ज्यादा कसा हुआ नहीं हो अन्यथा सांस लेने में तकलीफ हो सकती है
- दूसरे के द्वारा इस्तेमाल किए गए गंदे मास्क का इस्तेमाल नहीं करें
- अंडाकार मास्क नाक और मुंह को अच्छी तरह ढकने के लिए सही होता है
- मास्क के इस्तेमाल के लिए दूसरों को भी प्रेरित करें