बक्सरः केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि स्पेशल ट्रेन की मांग राज्य सरकारें कर रही थी. इसकी इजाजत मिल गई है. उन्होंने प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे प्रवासी श्रमिक, छात्र, तीर्थयात्री, पर्यटक को अपने गंतव्य स्थानों पर आसानी से जाने में सहूलियत होगी.
स्पेशल ट्रेन की मांग
अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि लॉक डाउन की वजह से दूसरों राज्यों में रह रहे प्रवासी श्रमिक, छात्र, तीर्थयात्री पर्यटकों को वहां की राज्य सरकारें हर संभव मदद उपलब्ध करा रही है. बिहार सरकार ने भी बड़े पैमाने पर सभी राज्यों में व्यवस्था कार्रवाई हुई है. नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है, ताकि बिहार के जो श्रमिक, छात्र, तीर्थयात्री श्रद्धालु पर्यटक विभिन्न राज्यों में लॉक डाउन की वजह से रुके हुए हैं. उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो.
स्पेशल ट्रेन चलने से लोगों को राहत
अब स्पेशल ट्रेन चलाए जाने से उन सभी को काफी राहत मिलेगी. इस दौरान जो दिशानिर्देश है. उसका भी पालन करने को कहा गया है. मौजूदा समय में अधिक सतर्क और सजग रहने की आवश्यकता है. यात्रा के दौरान भी सावधानी बरतने की जरूरत होगी.
स्वास्थ्य मंत्री के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे एवं स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार के मौजूदा स्थिति पर बातचीत की. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बिहार में कोविड-19 के साथ एईएस की भी जानकारी ली. साथ ही एईएस की बीमारी की रोकथाम आदि पर चर्चा की गई. बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे और एईएस को लेकर सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई.
एईएस को लेकर की गई चर्चा
अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली गई है. कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए. बिहार में तेजी से कोरोना पॉजिटिव मामला आने पर चिंता भी व्यक्त की गई. प्रवासी श्रमिकों के स्क्रीनिंग व क्वारंटाइन पर अधिक फोकस करने का सुझाव देते हुए कहा गया कि इससे कोरोना के रोकथाम में मदद मिलेगी. लोगों के जागरूकता पर भी अधिक बल देने को कहा गया है ताकि कम्युनिटी ट्रांसफॉरमेशन का खतरा उत्पन्न न हो.