बक्सर:गंगा के बढ़ते जलस्तर ने तटवर्ती इलाके के लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है. इलाके में बाढ़ का पानी घुस जाने से गांव में लोग नावों से चल रहे हैं. बाढ़ के पानी से कहीं सड़कें टूट गई तो कहीं फसल बर्बाद हो रही है. जिले किसानों के मुश्किलों का आलम यह है कि वो एक तरफ बाढ़ का दंश झेल रहे हैं तो कहीं सूखे की चपेट में आने से उनकी फसलें सूख रही हैं.
गंगा के जलस्तर में वृद्धि
स्थानीय लोगों ने कहा पिछले 15 दिनों से गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. तटवर्ती इलाकों में कटाव जारी है. लेकिन जिला प्रशासन को इसका कोई सुध नहीं है. सरकार से अब तक कोई मदद नहीं पहुंची है. गांव के लोग निजी खर्च पर नाव के सहारे आना-जाना कर रहे हैं. लोगों ने कहा कि सरकार को यहां नाव उपलब्ध कराना चाहिए.
बाढ़ और सूखा का दोहरा मार
जिले के किसान बाढ़ और सूखा का दोहरा मार झेल रहे हैं. किसानों ने कहा कि खेती अब मंहगा सोदा हो गया है. खेती करने के लिए भी पूंजी की जरूरत होती है. हम कर्ज लेकर खेती किए थे. अब प्रकृति की मार से हमारी फसलें नष्ट हो गईं. हमारे पास आय का कोई दूसरी साधन नहीं है. आगे का हमारा जीवन कैसे चलेगा. हमारा परिवार क्या खाएगा, हम बच्चों को कैसे पढ़ाएंगे?
बाढ़ के पानी से बर्बाद हुई फसल दिखाते किसान सरकार से है उम्मीदें
किसानों ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी चिंता यह है कि हम कर्ज कैसे चुकाएंगे. अब सरकार से ही उम्मीदें हैं. जिला प्रशासन हमारी नहीं सुन रहा है. उन्होंने बताया कि कृषि पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन विभाग, एडीएम से लेकर डीएम से सम्पर्क करने की कोशिश की गई. लेकिन किसी से बात नहीं हो सकी.