बक्सर: कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन है. जिसके चलते सड़क किनारे रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. ऐसे में अब ईटीवी भारत की मुहिम रंग आने लगी है. दरअसल, तमाम सामाजिक संगठन अब गरीबों के लिए आने लगे हैं.
ईटीवी भारत ने पहले भी लगातार सड़क किनारे रहकर रोज कामने खाने वालों के व्यथा की खबर चलाई थी. खास बात ये है कि उनके पास ना तो राशन कार्ड हैं और ना ही लेबर कार्ड. जिससे कि उन्हें या तो काम मिले या फिर सरकारी योजनाओं के हिसाब से राशन.
उपमुख्य पार्षद ने बांटा राशन
ऐसे लोगों की समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने मुहिम चलाकर प्रमुखता से इन खबरों को चलाया. जिसके बाद मदद के लिए कई सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि आगे आने लगे हैं. इसी क्रम में सड़क किनारे रहने वाले लोगों के बीच उपमुख्य पार्षद बबन सिंह खाद्य सामग्री बांटने आए. उन्होंने कहा कि इसलिए राशन बांटने का मकसद है कि इस तरह के परिवार भूखे ना रहें. मैं हमेशा भोजन बनावकर इनके बीच पहुंचाता रहूंगा.
बच्चों के बीच खाना वितरण करते सामाजिक कार्यकर्ता क्या कहते हैं लोग
सामाजिक कार्यकर्ताओं से भोजन प्राप्त करने के बाद सड़क किनारे बांस का बना सुप और पंखा बेचने वाली आरती देवी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण घर मे कई दिनों तक चुल्हा नहीं जला, लेकिन इटीवी भारत भगवान बनकर आया. जिसके माध्यम से हम लोगो ने अपनी बात सरकार और जनता तक पहुंचा पाए. 6 दिनों से किसी न किसी के द्वारा भोजन पहुंचा दिया जाता है. वहीं, झोपड़पट्टी में रहने वाली राजकुमारी देवी और गौतम कुमार ने कहा कि आपने हमारे दुःख और परेशानियों से सरकार और अन्य लोगो को अवगत कराया. जिसके बाद से ही लोग मदद करने के लिए आ रहे हैं.
बच्चों को खाना देते सामाजिक कार्यकर्ता ईटीवी भारत ने चलाई मुहिम
गौरतलब है कि, लॉकडाउन के बाद सड़क किनारे झोपड़पट्टी में रहने वाले लोगों की समस्याओं को लेकर ईटीवी भारत दिहाड़ी मजदूरों के घर कई दिनों से नहीं जला है चुल्हा शीर्षक नाम से खबर 26 मार्च से ही प्रकाशित कर रहा था. जिसके बाद कई लोग मदद के लिए आगे आये.
लाइन लगाकर खाना लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते बच्चे