बक्सर: बिहार के बक्सर में सड़क निर्माण का निरीक्षण करने के लिए अचानक से डीएम अंशुल अग्रवाल साइट पर पहुंच गए. उनको मौके पर देखकर पथ निर्माण विभाग के अधिकारी और ठेकेदारों के माथे पर पसीने छूट गए. जिलाधिकारी ने सभी की क्लास लगाई और निर्देश दिया कि काम को आगे तब शुरू करें जब बन रही सड़क की नापी करालें.
Buxar News : बक्सर डीएम की फटकार से पथ निर्माण विभाग के अफसरों के छूटे पसीने, देखें VIDEO
बक्सर के जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल अचानक से पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों की क्लास लेने लग गए. दरअसल, डीएम को शिकायत मिली थी कि बिना नापी कराए ही सड़क निर्माण का काम किया जा रहा है. इससे भूमाफियाओं को फायदा पहुंचाया जा रहा है. इसपर डीएम ने नापी के बाद काम शुरू करने का निर्देश दिया और पथ निर्माण विभाग के इंजीनियरों को फटकार लगाई.
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12.2 करोड़ की लागत से बन रही सड़क: आईटीआई फील्ड से लेकर बुनियादी स्कूल तक 12.2 करोड़ रुपये की लागत से 54 फीट चौड़ी और तकरीबन डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. इस सड़क के निर्माण से रेलवे स्टेशन रोड से बक्सर चौसा रोड की सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी, वैसे तो यह रोड पहले से भी बनी हुई थी लेकिन अब इसे थोड़ा और चौड़ा कर ऐसा बनाया जा रहा है, जिससे भारी वाहन आसानी से इस रास्ते से होते हुए चौसा की तरफ निकल जाए और उन्हें मॉडल थाना चौक की तरफ से ना जाना पड़े, जिससे कि जाम की समस्या से भी लोगों को निजात मिले.
अनुमंडल पदाधिकारी ने भी किया था निरीक्षण : अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने भी पिछले दिनों इस सड़क का निरीक्षण किया था और यह कहा था कि बिना जमीन की मापी कराए निर्माण कार्य नहीं किया जाएगा. लेकिन शुक्रवार को लोगों ने डीएम से पुनः शिकायत किया कि बिना मापी कराए ही काम शुरू हो गया. जिससे बाकी बचे सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं की नजर है. जिसके बाद, जिलाधिकारी, एसडीएम एवं निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता रजनीकांत तिवारी के साथ स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया.
''पथ निर्माण विभाग के अभियंता को निर्देशित किया गया है कि नगर परिषद के सरकारी अमीन से पूरे जमीन की मापी कराकर ही निर्माण का काम शुरु करें. अगर कहीं अतिक्रमण है तो उसे हटाया जाए. पूर्व में भी मापी किए जाने की बात कही गई थी लेकिन अब पुनः एक बार मापी कराई जाएगी.''- अंशुल अग्रवाल, जिलाधिकारी, बक्सर
डीएम के फैसले से स्थानीय लोगों में खुशी : गौरतलब है कि सड़क निर्माण करा रहे पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों के द्वारा बिना सरकारी भूमि का अधिग्रहण किए ही, जो भूमि बची है उसी पर, सड़क का निर्माण कराया जा रहा था. जब स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से शिकायत की तो जिलाधिकारी निर्माण स्थल पर पहुंचकर विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाया और मापी कराकर सभी सरकारी जमीन को अधिग्रहित करने के बाद ही निर्माण कार्य कराने का निर्देश दिया. जिससे आसपास के लोगों में खुशी का माहौल है.