बक्सरः बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है. इसके साथ ही नेता सीटों पर दावेदारी पेश करने की जुगत में लग गए हैं. भारतीय जनता पार्टी के नेता जिले की सभी विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने और जीतने की तैयारी में लगे हुए हैं. बक्सर के बीजेपी नेता चुनावी कार्यक्रम को छोड़कर पटना और दिल्ली के बड़े नेताओं के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं. जिसका विपक्ष के नेता भरपूर फायदा उठा रहे हैं.
क्यों लगानी पड़ रही है हाजरी
दरअसल जिले के घर खरवानिया गांव निवासी व गुजरात के बड़े व्यवसाई मिथिलेश पाठक ने बक्सर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का दावा ठोका है. जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के पूर्व के सभी दावेदारों में हड़कंप मच गया है. कहा जा रहा है कि मिथिलेश पाठक पार्टी के केंद्रीय स्तर के कई बड़े नेताओं के संपर्क में हैं. यही कारण है कि पार्टी के नेता बड़े नेताओं से मिलकर अपना टिकट कन्फर्म कराने में लगे हुए हैं.
विपक्ष की है पैनी नजर
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के नेताओं में चल रही खींचतान पर विपक्ष के नेताओं की पैनी नजर है. विपक्ष बीजेपी के कई नेताओं पर नजर टिकाए हुए है. हाल ही में बक्सर पहुंचे कांग्रेस के बिहार प्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौर से बीजेपी के कई नेताओं ने गुपचुप तरीके से घंटों मुलाकात की.
'अपनी जमानत बचाएं कांग्रेस नेता'
बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता व बक्सर विधानसभा सीट के दावेदार सुशील राय ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पंचायत स्तर के नेता कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के नेताओं को चुनाव लड़ा सकते हैं. विधायक और सांसद किस गली में हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी पर तंज कसना छोड़कर कांग्रेस नेताओं को अपनी जमानत बचाने की कोशिश में जुट जाना चाहिए.
कोई भी बड़े नेता नहीं कर रहे चुनावी दौरा
गौरतलब है कि बक्सर विधानसभा सीट से अब तक भारतीय जनता पार्टी के 37 नेताओं ने चुनाव लड़ने का दावा ठोक दिया है. यही कारण है कि पार्टी के कोई भी बड़े नेता जिले में चुनावी दौरा नहीं कर रहे हैं.