औरंगाबाद:आज ही दिन 1942 में ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती देते हुए बिहार के 7 लाल गोलियों से छलनी कर दिए गए थे. बापू के आह्वान पर अगस्त क्रांति में शामिल हो गए और सचिवालय पर तिरंगा फहराने की कोशिश करते हुए शहीद हो गए. जिले में शहादत दिवस के मौके पर लोगों ने शहीद जगतपति को याद किया. साथ ही लोगों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन भी किया.
औरंगाबाद: लोगों ने जगतपति की शहादत को किया याद, आज के ही दिन शहीद हुए थे बिहार के ये सात सपूत
औरंगाबाद में लोगों ने शहादत दिवस के मौके पर अमर शहीद जगतपति की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. साथ ही उन्हें याद कर लोगों ने नमन किया.
औरंगाबाद: लोगों ने जगतपति की शहादत को किया याद, आज के ही दिन शहीद हुए थे बिहार के ये सात सपूत
बता दें कि दाउदनगर अनुमण्डल के लिए गर्व की बात है कि सन 1942 में आज के दिन ही सचिवालय पर झंड़ा फहराने के क्रम में शहीद हुए सात छात्रों में एक छात्र शहीद जगतपति ओबरा प्रखंड के निवासी थे.
आजादी के 7 दीवाने का नाम इस प्रकार है.
- जगतपति कुमार बीएन कॉलेज में सेकेंड इयर के स्टूडेंट थे. औरंगाबाद जिले के खराठी गांव के रहने थे.
- उमाकांत प्रसाद सिंह राम मोहन राय सेमेनरी स्कूल में 9वीं कक्षा के छात्र थे. वह सारण जिले के नरेंद्रपुर गांव के निवासी थे.
- सतीश प्रसाद झा पटना कॉलेजिएट के 10वीं कक्षा के छात्र थे. वे भागलपुर जिले के खडहरा के रहने वाले थे.
- रामानंद सिंह राम मोहन राय सेमेनरी स्कूल में नौवीं कक्षा के छात्र थे. वे पटना जिले के शहादत गांव के रहने वाले थे.
- देवीपद चौधरी मिलर हाई स्कूल के 9 वीं कक्षा के छात्र थे. वे सिलहट जमालपुर के रहने वाले थे.
- राजेन्द्र सिंह पटना हाई स्कूल में 10वीं कक्षा के छात्र थे. वे सारण जिले के बनवारी गांव के रहने वाले थे.
- राम गोविंद सिंह पुनपुन हाई स्कूल के 10वीं के छात्र थे. वे पटना अंतर्गत दशरथा के रहने वाले थे.