औरंगाबाद: बिहार के मुख्यमंत्री के निर्देश पर लॉक डाउन में फंसे झारखंड और यूपी बॉर्डर से आए 210 प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है. औरंगाबाद के गेट स्कूल के मैदान में जिला प्रशासन ने स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है.
औरंगाबाद: प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग के बाद भेजा जा रहा घर, प्रशासन ने की व्यवस्था
लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूरों के सामने भुखमरी का संकट आ गया. जिसके बाद अब वो अपने गृह राज्य लौटने लगे हैं.
लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री की ओर से कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉक डाउन का ऐलान हुआ था. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लॉक डाउन सफल बनाने में हर संभव कोशिश करने अपील की है. इसी के तहत यूपी एवं झारखंड के बॉर्डर से बड़ी संख्या में आने वाले मजदूरों की स्क्रीनिंग से लेकर रहने खाने की विशेष व्यवस्था की गई है.
जिले के सिविल सर्जन ने बताया कि सभी बॉर्डर इलाकों से आए मजदूर की विशेष मेडिकल टीम के द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही है. जिला परिवहन अधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि औरंगाबाद जिलाधिकारी के निर्देश पर बाहर से आए मजदूरों की स्क्रीनिंग के बाद प्रशासन की तरफ से खाने-पीने की व्यवस्था की गई है, और विशेष बस से उन्हें गंतव्य स्थान तक भेजा जाएगा साथ ही मजदूरों को 14 दिन के लिए आइसोलेशन वार्ड में भेजा जाएगा.