औरंगाबाद: करोना टीकाकरण आपके द्वार अभियान के तहत ओबरा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से टीकाकरण रथ को रवाना किया गया था. जिससे कोविड टीकाकरण में गति आ सके. वहीं ओबरा प्रखंड के तेंदुआ, कंचनपुर, लल्लारो, सुर्खी, फतेहा और बेल गांव में स्वास्थ्यकर्मी पहुंचकर टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूककर रहे हैं. लेकिन गांव के लोग टीका लेने से इनकार कर दिए.
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लोगों में जागरूकता की कमी
स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि गांव वालों को कहना था कि टीकाकरण लेने से बुखार और मौत हो रही है. जिसके कारण टीका नहीं लगवाएंगे. ग्रामीणों के टीका न लगवाने से बेल गांव से टीकाकरण रथ वापस चली आई. इस बात को पुष्टि करते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विक्रम कुमार सिंह और स्वास्थ्य प्रबंधक विकास शंकर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में गति काफी धीमी है. जिससे लोगों को जागरूक किया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि अन्य गांव में लोगों के माध्यम से टीका लगाई गई है. जबकि बेल गांव के लोग अभी भी भ्रांतियां के कारण गांव के लोग कोविड-19 लगाने से इनकार किया है.
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टीका लगवाने की अपील
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड टीका हर हाल में सुरक्षित है. किसी के बहकावे में न पड़े. काफी मात्रा में प्रखंड के लोग टीका लगा चुके हैं. लेकिन प्रखंड क्षेत्र में किसी भी लोगों को परेशानी नहीं हुई है. यह टीका रामबाण साबित हो रहा है. उन्होंने लोगों से प्रेरित करते हुए कहा कि हर हाल में टीका लगाएं कही कोई परेशानी नहीं होगी. इस संबंध में ग्रामीण लल्लन प्रसाद और शिक्षक अरुण कुमार ने बताया कि टीकाकरण में ऐसी कोई बात नहीं है. जानकारी के अभाव में लोग नहीं ले पाए हैं. उन्होंने बताया कि खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को प्रेरित करने की जरूरत है. यदि दूसरी बार टीकाकरण रथ गांव में पहुंचेगी निश्चित रूप से लोग कोविड-19 टिका लगाएंगे.