औरंगाबाद: जिले के सभा कक्ष में प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल की अध्यक्षता में 40 विभागों की एक बड़ी बैठक की गई. इसमें औरंगाबाद जिला पदाधिकारी राहुल रंजन महिवाल, निदेशक डीआरडीए, जिला परिवहन पदाघिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला भू अर्जन पदाघिकारी, डीपीआरओ धर्मवीर सिंह और विभिन्र विभागों के नोडल पदाधिकारी अधीक्षक अभियंता मौजूद रहे. बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में रुके हुए कार्यो की जांच कर उनको जल्द से जल्द पूरा करवाने का था.
औरंगाबाद: मगध प्रमंडल आयुक्त की अध्यक्षता में हाईलेवल बैठक, 40 विभागों के काम की हुई समीक्षा
लघु सिंचाई के कार्यपालक अभियंता के क्षेत्र में आने वाली योजनाओं के प्रखंड की समीक्षा की गई. इसके बाद निर्देश दिया गया कि जल्द से जल्द बंद पड़े नलकूपों का निर्माण के साथ खराब नलकूपों की मरम्मत करवायी जाए.
कार्यो की समीक्षा के लिए बैठक
दरअसल इस बैठक से पहले औरंगाबाद के विभिन्न रास्तों और बंद पड़े कार्यो की स्थिति की जांच की गयी. इसके बाद बैठक में यह निर्देश दिया गया, कि सड़कों के दोनों तरफ बने डिवाइडर पर 1 अगस्त से 10 अगस्त के बीच पेड़ और पौधे लगाए जाएं. वहीं, लघु सिंचाई के कार्यपालक अभियंता के क्षेत्र में आने वाली योजनाओं के प्रखंड की समीक्षा की गई. इसके बाद निर्देश दिया गया कि जल्द से जल्द बंद पड़े नलकूपों का निर्माण के साथ खराब नलकूपों की मरम्मत करवायी जाए.
चल रहे कार्यों को 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य
प्रमंडलीय मगध आयुक्त प्रेम कुमार पाल ने बताया कि आज जिले की हाई लेवल बैठक में विधि व्यवस्था और विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की गयी. इस जांच में जिले में चल रहे मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना वाले कार्य संतोषजनक पाए गए. साथ ही लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं करने के कारण संबंधित कार्यपालक अभियंता का वेतन बंद करने का निर्देश दिया गया है. इस दौरान ग्रामीण कार्य प्रमंडल दाउदनगर के कार्यपालक अभियंता बैठक में मौजूद नहीं थे. उनका वेतन बंद करने का भी आदेश दिया गया.