भोजपुर: सरकार की ओर से दूसरे प्रदेशों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जनपद लाया जा रहा है. जहां स्टेशन पर स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों को प्रखंड स्तर पर क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. सेंटरों में सरकार के आदेश से मजदूरों को हर जरूरत की सुविधा मुहैया कराने को कहा गया है. लेकिन भोजपुर के बड़हरा के बभनगांवा पंचायत के क्वॉरेंटाइन सेंटर पर कुव्यवस्था देखने को मिल रही है. यहां पर मौजूद प्रवासी 19 मई से ही रखे गये हैं. लेकिन यहां न तो बिजली, पानी और न ही सोने की व्यवस्था है.
भोजपुर: क्वॉरंटाइन सेंटर पर कुव्यवस्था की मार झेल रहे प्रवासी मजदूर, बिजली और पानी का भी अभाव
उपसरपंच अश्विनी कुमार पिंटू बताते हैं कि सरकार की तरफ से कोई कोताही नहीं बरती गई है. यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस जनसेवा को धरातल पर नहीं आने दे रहे हैं.
क्वॉरंटाइन सेंटर में बरती जा रही लापरवाही
वहीं, इस विषय पर बड़हरा के प्रखंड विकास पदाधिकारी सुशील कुमार से बात करने पर उन्होंने बताया कि इन प्रवासियों का पंजीकरण किये बिना ही क्वॉरंटाइन सेंटर पर रखा गया था. इस कारण व्यवस्था नहीं हो पायी है. दो दिन में इस समस्या का समाधान निकाल लिया जायेगा. वहीं, इस संदर्भ में स्थानीय उपसरपंच अश्विनी कुमार पिंटू बताते हैं कि सरकार की तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई है. यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस जनसेवा को धरातल पर नहीं आने दे रहे हैं.
उपसरपंच ने की जांच की मांग
उपसरपंच ने बताया कि इस क्वॉरंटाइन सेंटर पर भारी कुव्यवस्था है. न समय पर खाना मिलता है और न ही पानी की व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं इस उमस भरी गर्मी में न तो बिजली की व्यवस्था है और न ही पंखे लगे हैं. सरकार को चाहिए कि किसी उच्च अधिकारी से जांच कराएं. इसके बाद दोषी पाये जाने वाले पर उचित कार्रवाई करें.