भागलपुर: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के लाल बाजार में हुए आतंकी हमले (Terrorist Attack) में जगदीशपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की गोली लगने से मौत (Virendra Paswan Died) हो गई थी. आतंकी हमले में मारे गए वीरेंद्र पासवान की पत्नी को अपने पति को आखिरी बार नहीं देख पाने का मलाल है.
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''हमलोग तो चाहते थे कि मेरे पति का अंतिम संस्कार यहां पर हो. ना तो कोई यहां आया है, कोई पूछने वाला नहीं है. कोई मदद करने नहीं आया है. मेरे पति की मौत हो गयी. मैं उन्हें देख तक नहीं पायी. मेरी अंतिम इच्छा थी कि उन्हें देख सकूं. लेकिन अब मैं अपने पति को कहां देख सकती हूं.''-पुतुल देवी, पत्नी, मृतक वीरेन्द्र पासवान
''परिजनों की सहमति के बाद श्रीनगर में अंतिम संस्कार किया गया था. इसके साथ ही मुख्यमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपए का अनुदान भी दिया गया है. इसके अतिरिक्त श्रम संसाधन विभाग से 1 लाख रुपए का अनुदान देंगे. 20 हजार रुपए का पारिवारिक लाभ का चेक उनको दिया जा चुका है.''-सुब्रत कुमार सेन, भागलपुर डीएम
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मृतक वीरेन्द्र पासवान की पत्नी पुतुल देवी नेभागलपुर डीएम पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ''डीएम साहब ना यहां आए हैं और ना ही बात की है. वह झूठ बोल रहे हैं. मेरे पास पैसा नहीं था इसलिए यहां पर मैं अपने पति के शव को नहीं मंगा पायी. यह जिंदगी भर के लिए पछतावा रहेगा.''
बता दें कि पासवान की हत्या पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताते हुए कहा कि ''वे इस घटना से मर्माहत हैं. बिहार के भागलपुर जिला के जगदीशपुर प्रखंड अंतर्गत वादे सैदपुर गांव के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की हत्या से मर्माहत है.''
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गौरतलब है कि जिला प्रशासन श्रीनगर ने बुधवार को पासवान के परिजन को 1.25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की. श्रीनगर के उपायुक्त मोहम्मद एजाज असद ने मृतक की पत्नी पुतुल देवी को एसडीआरएफ के तहत 1 लाख रुपये और रेड क्रॉस फंड के तहत 25,000 रुपये के चेक सौंपे. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को 5 लाख रुपये की अतिरिक्त राहत राशि प्रदान की. जिससे बाद कुल मुआवजा राशि 6.25 लाख रुपये हो गई.
बता दें कि, भागलपुर के रहने वाले पासवान श्रीनगर में गोलगप्पे बेचने का काम करते थे. पांच अक्टूबर को आतंकियों ने उनकी गोली मार दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी. बताया जाता है कि परिजन शव को श्रीनगर से भागलपुर ले जाने में सक्षम नहीं थे. वीरेंद्र के परिजनों ने श्रीनगर में ही पूरे विधि-विधान के साथ अंत्येष्टि कर दी. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में गुरुवार को आतंकवादियों ने दो शिक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी. श्रीनगर के ईदगाह इलाके के एक सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालय में आतंकवादियों ने दो शिक्षकों पर करीब से गोलीबारी की, जिससे दोनों की मौत हो गईं.