भागलपुर:नाथनगर मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के रामपुर खुर्द पंचायत की रहने वाली सुलोचना देवी के अपहरण को हुए आज 21 दिन बीत गए. इसके बावजूद पुलिस इसका कोई अता-पता नहीं लगा पायी है. इसी बात से आक्रोशित होकर सुलोचना के मायके वालों ने मधुसूदनपुर थाना का घेराव किया. लोगों ने थानेदार मनीष कुमार पर घूसखोरी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की.
इस घेराव में शामिल ग्रामीण बच्चे हाथों में तख्तियां लिए हुए थे. इसमें लिखा था थाना प्रभारी घूसखोर है, एसएसपी को आना होगा. पुलिस प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की. सुलोचना की मां समेत दर्जनों ग्रामीणों के मुंह पर एक ही लब्ज था थानेदार के साथ-साथ थाना की पूरी टीम की बदली करो. क्योंकि ये सब आरोपी पक्ष से मिले हुए हैं.
परिजन और सिटी डीएसपी का बयान परिजनों ने जमादार पर मिली भगत का लगाया आरोप
लोगों ने पर्सनल मोबाइल से आरोपियों को संरक्षण देने की बात कही. इसमें थानेदार के एक करीबी जमादार पर परिजनों ने मिली भगत का आरोप लगाया. उनका कहना है यदि एसएसपी एक जमादार के दोनों मोबाइल की जांच करे तो सब सच्चाई सामने आ जायेगा. पुलिस कहीं भी आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी को पहुंचती है तो पुलिस के पहुंचने के पहले सभी भाग जाते हैं. ग्रामीणों ने एसएसपी के आने के बाद ही थाना में हंगामा बंद करने की बात कही. दोपहर एक बजे से लेकर तीन बजे तक लोग थाना परिसर में डटे रहे और थानेदार के विरुद्ध नारेबाजी की.
सात थानों की पुलिस के साथ पहुंचे सिटी डीएसपी
थाना घेराव की बात जानकर नाथनगर इंस्पेक्टर मो अली साबरी दल बल के साथ मधुसूदनपुर थाना पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया. जैसे इंस्पेक्टर पहुंचे वैसे अपहृत की बेटियों ने उनका पैर पकड़ लिया और जल्द मां को वापस लाने की गुहार लगाई. इंस्पेक्टर ने सुलोचना की बरामदगी की बात कही. इसपर भी लोग नही माने मामला बिगड़ता देख सिटी डीएसपी राजवंश सिंह सात थानों की पुलिस को लेकर थाना पहुंचे. जहां आक्रोशित लोगों ने डीएसपी को पूरी आपबीती सुनाई.
डीएसपी के समझाने पर लोग हुए शांत
लोगों ने थानेदार के आरोपी पक्ष के साथ मिले होने की बात डीएसपी को बतायी. इसपर डीएसपी ने ग्रामीणों को थानेदार के विरुद्ध लिखित शिकायत देने को कहा. इसके बाद डीएसपी ने जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी और सुलोचना की बरामदगी का ग्रामीणों को भरोसा दिलाया. इसके बाद लोग माने और नारेबाजी को शांत किया.