भागलपुर: हिंदी के प्रसिद्ध आलोचक, कथाकार, पत्रकार और समाजसेवी डॉक्टर खगेंद्र ठाकुर के निधन पर समाहरणालय परिसर स्थित पेंशनर समाज भवन में शोक सभा का आयोजन किया गया. मौके पर साहित्यकार और शिक्षकों बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और उपस्थित अतिथियों ने 2 मिनट का मौन रखकर स्व. खगेंद्र ठाकुर को श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
भागलपुर: हिंदी के प्रसिद्ध आलोचक खगेंद्र ठाकुर के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन - Bhagalpur Collectorate Campus
श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में शिक्षक और बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों ने अपने-अपने वक्तव्यों को रखा और डॉक्टर खगेंद्र ठाकुर के विचार और मूल्यों को अपनाने का संकल्प भी लिया. श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल डॉ. विजय नारायण मिश्रा ने कहा कि डॉक्टर खगेंद्र ठाकुर के व्यक्तित्व और कृतियों का कोई मोल नहीं है.
'खगेंद्र ठाकुर के कृतियों का कोई मोल नहीं'
साथ ही श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में शिक्षक और बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों ने अपने-अपने वक्तव्यों को रखा और डॉक्टर खगेंद्र ठाकुर के विचार और मूल्यों को अपनाने का संकल्प भी लिया. श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल डॉ. विजय नारायण मिश्रा ने कहा कि खगेंद्र ठाकुर के व्यक्तित्व और कृतियों का कोई मोल नहीं है. डॉ. खगेंद्र ठाकुर एक कुशल साहित्यकार, प्रसिद्ध शिक्षक और मार्क्सवादी आंदोलन के नेतृत्वकर्ता थे.
'गजेंद्र जी ने आलोचना को दी नई दिशा'
साथ ही उन्होंने खगेंद्र ठाकुर को याद करते हुए कहा कि 1996 से 99 तक डॉ. खगेंद्र ठाकुर प्रदेश के राष्ट्रीय महासचिव थे. वर्तमान में राष्ट्रीय प्रेस के अध्ययन मंडल में शामिल थे. कविता से आलोचना की तरफ आए गजेंद्र जी ने आलोचना को नई दिशा दी. कार्यक्रम में कृष्ण कुमार, अरुण कुमार, हरी लाल, डॉक्टर अब्दुल मन्नान अंसारी, शशांक शेखर और अन्य लोग मौजूद रहे.