भागलपुर: जिला समाहरणालय स्थित डीआरडीए कार्यालय के सामने सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया. दसवीं की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि दी जानी थी. जो उन्हें नहीं मिली. इसके विरोध में छात्र कल्याण पदाधिकारी के खिलाफ सड़क पर उतर आए.
कुछ समय तक के लिए डीआरडीए भवन में अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही. काफी समझाने के बाद भी छात्र जिलाधिकारी से मिलने की बात पर अड़े रहे. आक्रोशित छात्रों के 5 प्रतिनिधि और कल्याण पदाधिकारी की बैठक के बाद मामला शांत हुआ.
पैसे सृजन घोटाले में चले गए- डीएम
दरअसल, शनिवार को सैकड़ों छात्र एक वायरल व्हाट्सऐप मैसेज पढ़कर प्रोत्साहन राशि लेने समाहरणालय पहुंचे. यह मैसेज जगदीशपुर के दो विकास मित्र ने भेजा था. जहां उन्हें बताया गया कि ऐसी कोई सूचना नहीं है. इससे छात्र आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे. जिलाधिकारी से बैठक के बाद छात्र ने बताया कि जिला अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि उन्हें जल्द ही प्रोत्साहन राशि बांटी जाएगी. डीएम ने कहा है कि पैसा सृजन घोटाले में चला गया है, जिस वजह से देरी हो रही है.
छात्रा का आरोप
अन्य छात्रा ने बताया कि 2016 में वह प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई थई. उसे भी प्रोत्साहन राशि अभी तक नहीं मिली है. वह कल्याण विभाग का लगभग 20 बार चक्कर लगा चुकी है. उसने कहा कि उन्हें पैसे नहीं मिले हैं, जबकि एससी और एसटी छात्रों को प्रोत्साहन राशि दी जा चुकी है.
बोले जिला कल्याण पदाधिकारी
जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि 2016 में उत्तीर्ण लड़के-लड़कियों को प्रोत्साहन राशि मिलना था. उस समय के तत्कालीन कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार की ओर से कुछ लोगों का पैसा दिया गया और शेष का पैसा सृजन घोटाले में चला गया. उन्होंने यह भी बताया कि जिलाधिकारी से उस विकास मित्र के बारे में चर्चा हुई है. जल्द ही उनपर विधि सम्मत कार्रवाई कर दंडित किया जाएगा.