भागलपुर: लॉक डाउन होने के कारण सबसे ज्यादा समस्या गरीब लोगों को हो रही है. खासकर जो रोजाना कमाने खाने वाले लोग हैं, उन्हें ये परेशानी झेलनी पड़ रही है. ऐसा ही कुछ मामला भागलपुर से सामने आया है. जहां भूख से परेशान तीन बहनों ने पीएमओ में कॉल लगाकर इसकी जानकारी दी. जिसके बाद पीएमओ की तरफ से तुरंत बहनों को खाना प्रबंध कराया गया.
लॉकडाउन ने छीना रोजगार, भूख से परेशान बहनों ने PMO से की गुहार, मिली मदद - pmo office news on bahgalpur
लॉकडाउन के दौरान भागलपुर में भूख से तड़प रही 3 बहनों को जिला प्रशासन ने मदद पहुंचाया है. पीएमओ ऑफिस से सूचने मिलने के बाद तीनों बहनों को पेट भर खाना खिलाय गया.
दरअसल, एक हादसे में इन बहनों के माता-पिता का देहांत हो गया था. जिसके बाद ये घर-घर जाकर काम कर अपना पेट पालती थी. लेकिन लॉक डाउन होने के कारण तीनों को कहीं काम नहीं मिल रहा है. आलम ये है कि अब भूखे रहना पड़ रहा था. लेकिन इस संकट की घड़ी में सरकार की सकारात्मक पहल ने तीनों बहनों के लिए खाने का इंतजाम किया. तीनों बहनों ने घर में पड़ी अखबार में पीएमओ ऑफिस के हेल्पलाइन ( 1800118797 ) पर फोन मिलाया. उन्होंने पीएमओ ऑफिस के हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर खाना नहीं खाने की जानकारी दी. इसके बाद पीएम ऑफिस ने पटना आपदा प्रबंधन को जानकारी दी.
जगदीशपुर अंचलाधिकारी ने की मदद
जिसके बाद जिला प्रशासन आधे घंटे के अंदर जगदीशपुर अंचलाधिकारी सोनू भगत तीनों बहन के लिए राशन, जरूरत का सामान और भोजन लेकर खुद पहुंच गए. यही नहीं अंचल अधिकारी सोनू कुमार भगत ने अपने हाथों से तीनों बहनों को भोजन परोस कर खिलाया. बता दें कि तीनों बहनें बड़ी खंजरपुर के विषहरी स्थान के पास रहती है.
'अखबार से मिला पीएमओ दफ्तर का नंबर'
ईटीवी भारत से बातचीत में गौरी कुमारी ने बताया कि अगल-बगल वालों ने लॉक डाउन के बाद कुछ दिनों तक खाना दिया था. इसके बाद देना बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि पिछले 3 दिनों से हम तीनों बहनें कुछ भी खाना नहीं खाए थे. एक अखबार में हमें नंबर ( 1800118797) मिला उस नंबर को हमने फोन किया और सारी व्यथा बताया हमने उन्हें बताएं कि मेरा कोई भी सहारा नहीं है और पिछले 3 दिनों से भूखी हूं. जिसके बाद आपस में बातचीत करने के बाद मुझे आधे घंटे के अंदर खाना पहुंचाने के लिए एक अधिकारी आए. उन्होंने मुझे चावल, दाल, चूड़ा और दालमोट दिया.