भागलपुर: पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है और इस वायरस की वजह से होली के बाद अब ईद की भी रौनक पूरी तरह से खत्म हो गई है. लोगों के चेहरों पर उदासी है. 25 मई को पूरी दुनिया में ईद का त्योहार मनाया जाएगा.
मुस्लिम धर्मगुरु और इमाम ने समाज के लोगों से अपील कर कहा है कि लोग ईद का जश्न अपने घरों में रहकर मनाएं और कोरोना वायरस से बचें. भागलपुर के इमामों ने जिले के लोगों से इस बार ईद के दिन एक दूसरे को बधाई देने के लिए गले नहीं मिलने की भी अपील की है.
घरों में ही नमाज अदा करें लोग
भागलपुर के ततारपुर जमा मस्जिद के इमाम मोहम्मद सोहराब आलम ने कहा है कि ईद खुशियों का त्योहार है. इस दिन लोग जश्न मनाते हैं और एक दूसरे को गले मिलकर दुआ सलाम करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस का कहर पूरे देश भर में फैला हुआ है. इसलिए मैं अपील करता हूं कि लोग अपने घरों में ही रह कर नमाज अदा करें और ईद के दिन एक दूसरे की दूर से ही दुआ सलाम देकर चले जाएं.
'बिना गले मिले करें दुआ सलाम'
मुजाहिद पुर मस्जिद के इमाम मोहम्मद असलम कासमी ने कहा कि ईद के दिन यदि हम लोग गले नहीं मिलते हैं. तो भी हमारे धर्म के ऊपर किसी भी तरह की कोई आंच नहीं आने वाली है. इस बार कोरोना जैसे महामारी से लड़ने के लिए पूरे देश को एक साथ आगे आना होगा. इसलिए मैं तमाम लोगों से अपील करता हूं कि ईद के दिन नमाज में घर में अदा करें और एक दूसरे को बिना गले मिले दुआ सलाम करें.
इमामों ने कहा कि ईद कपड़ों का नहीं अपनों का त्योहार है. ईद के लिए कपड़े पहनना जरूरी नहीं है, जो उम्दा हो उसी को पहन कर ईद मनाए. इस समय देश को हर किसी के योगदान की जरूरत है. इसलिए हम निश्चय करें कि इस ईद पर खरीदारी नहीं करेंगे.