भागलपुर: पूरे देश में कोरोना वायरस के कहर के कारण दो महीने से लॉकडाउन है. ऐसे में लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. जिले के बिहपुर के भमरपुर से एक नेत्रहीन व्यक्ति ने प्रियंका गांधी को फोन कर बताया कि उसके पास खाने के लिए घर में एक भी दाना नहीं है. इसके कारण उसने अपनी पत्नी और बच्चे को पत्नी के मायके भेज दिया है.
प्रियंका गांधी ने गरीब की फरियाद को सुनने के बाद तुरंत प्रदेश के प्रभारी को फोन पर सूचित किया और नेत्रहीन श्रवण की मदद का निर्देश दिया. विधायक अजीत शर्मा ने अपनी पत्नी विभा शर्मा के साथ तुरंत वहां पहुंच कर न केवल अपने हाथों से उसे खाना खिलाया, बल्कि दो महीने का राशन भी उसे दिया. साथ ही विधायक ने श्रवण को 2 हजार रुपये भी दिए.
श्रवण कुमार को राशन देते विधायक अजीत शर्मा क्या कहते हैं श्रवण कुमार?
नेत्रहीन श्रवण कुमार ने बताया कि जब सब कुछ ठीक-ठाक था, तो कुछ सामान बेचकर घर परिवार चलाते थे, लेकिन अभी बंदी हो गई है, सारा काम बंद हो गया है. इसलिए कमा नहीं पा रहे हैं. पत्नी और बच्चे को अपने ससुराल में छोड़ दिया है. उसने कहा कि हम किसी से मांग कर नहीं खाना चाहते हैं, हम कुछ काम करके कमाकर खाना चाहते हैं, हमें कोई काम धंधा दिला दिया जाए. उन्होंने कहा कि आज हमने प्रियंका गांधी को फोन किया. इसके बाद मुझे मदद मिला. मदद मिलने के बाद श्रवण ने प्रियंका गांधी और विधायक अजित शर्मा को धन्यवाद दिया.
'मदद पहुंचाने का मिला था निर्देश'
वहीं, विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि श्रवण ने प्रियंका गांधी को फोन किया और मदद की गुहार लगाई. इसके बाद प्रियंका गांधी ने प्रदेश के प्रभारी को फोन कर मदद पहुंचाने का निर्देश दिया. प्रभारी से निर्देश मिलने के बाद हमने यहां पर इन्हें भोजन और सूखा राशन और आर्थिक रूप से दो हजार रुपये से मदद की.