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Flood In Naugachhia: ताश के पत्तों की तरह भरभरा कर गिरा पक्का मकान, अपने आशियाने को खूद तोड़ रहे ग्रामीण - Many Houses collapse In Erosion of Kosi River

नवगछिया में कोसी नदी में उफान आने से कटाव तेज हो रहा है. नदी अपना कहर बरपा रही है. नदी में हो रहे कटाव में अबतक कई घर समा चुके हैं. लोगों में दहशत का माहौल है. लोग अपने आशियाने को तोड़कर हटा रहे हैं और ऊंचे स्थान की ओर जा रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर..

कोसी नदी में कटाव
कोसी नदी में कटाव

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 30, 2023, 9:18 AM IST

भागलपुर:बिहार के भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमण्डल अंतर्गत खरीक प्रखंड के मैरचा गांव में कोसी नदी कहर बरपा रही है. दर्जनों मकान कोसी नदी में समा गया है. देखते ही देखते पक्का मकान कोसी में समा जा रहा है. कैमरे ने कोसी नदी में गिरते घर का लाइव विडियो कैद किया है. तस्वीर भयावह है, लोग डरे सहमे हुए हैं. बीते तीन दिनों से कोसी नदी में भीषण कटाव हो रहा है.

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कोसी नदी में कटाव: कोसी की धारा रूह कंपाने वाली है. अचानक भीषण कटाव शुरू हो गया. कटाव की रफ्तार इतनी तेज है कि देखते ही देखते पिछले दो दिनों में 15 लोगों के घर नदी में समा गए हैं. वहीं 15 लोगों के घर कोसी नदी के मुहाने पर है, जो कभी भी कटाव की भेंट चढ़ सकते है. कटाव की रफ्तार को देखते हुए नदी किनारे बसे लोग अपने खून-पसीने की कमाई से बनाए गए घर को खुद तोड़कर सामान के साथ पलायन की तैयारी कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग घर छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर चले गए हैं.

पीड़ितों ने क्या कहा-

"तीन दिन से भयंकर कटाव की स्थिति है. आज अभी तक 5 घर गिर चुका है. पांच से छह दिन में लगभग 15 घर गिर चुके हैं. स्थिति बहुत खराब है. 10 साल तक खेतीबाड़ी, मजदूरी करके घर बनाए थे. 2017 में घर बनाए थे. 10 लाख खर्च कर के घर बनाए थे. घर का पूजा पाठ भी नहीं हुआ था अभी तक और घर कोसी में गिर गया."- रंजीत साह, कटाव पीड़ित

"स्थिति काफी खराब है. रात से ज्यादा कटाव हो रहा है. 2 बजे रात से कोसी ने विकराल रूप धारण कर लिया है. अभी ईंट तोड़ रहे हैं. गांव छोड़कर कहीं जाकर रहेंगे."- सुबोध साह, कटाव पीड़ित

"गांव की स्थिति बहुत गंभीर है. हमलोग कहां रहेंगे, उसका ठिकाना नहीं है. ईंट-पत्थर जो तोड़ रहे हैं, वो सड़क के बगल में गिराएंगे और क्या खाएंगे, कहां गाय-भैंस रहेगा, इसका कोई ठिकाना नहीं है. हमलोग बहुत मजबूर हो रहे हैं. अभी कटाव भयंकर है. पिछले वर्ष इस तरह का कटाव नहीं था."- बबलू साह, कटाव पीड़ित

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