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भागलपुर: अज्ञात बीमारी से 3 बच्चों की मौत, जांच के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम

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Published : Oct 15, 2019, 10:12 AM IST

इस अज्ञात बीमारी की चपेट में एक से 5 वर्ष के बच्चे आ रहे हैं. रात में भी 2 बच्चों की तबीयत आचानक बिगड़ गई. जिसके बाद स्थानीयों ने आनन-फानन में बच्चों को जिले के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया.

भागलपुर में अज्ञात बीमारी का खौफ

भागलपुर: पिछले दिनों 3 बच्चों की अज्ञात बीमारी से मौत हो गई थी. मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए सीलहन खजुरिया पंचायत के सिलहन गांव पहुंची. सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिन्हा की मौजूदगी में टीम ने गांव में हालात का जायजा लिया.

गांव में हालतों का जायजा लेते सीएस

स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कर रही कैंप
इस अज्ञात बीमारी की चपेट में 1 से 5 वर्ष के बच्चे आ रहे हैं. बताया जाता है कि पिछली रात में भी 2 बच्चों की तबीयत आचानक बिगड़ गई. जिसके बाद स्थानीयों ने आनन-फानन में बच्चों को जिले के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है. फिलहाल बीमारी फैलने के कारणों का अभी तक पता नहीं लग पाया है.

पेश है एक रिपोर्ट

कुंए का पानी पीने से बचें ग्रामीण- सीएस
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया. साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का घोल बनाकर गांव के नाली ,गड्ढे और कूड़े के ढे़र वाली जगहों पर भी छिड़काव किया. इस मौके पर हालातों का जायजा लेने के लिए गांव में पहुंचे सीएस ने कहा कि ग्रामीण साफ-सफाई पर ध्यान दें. उन्होंने गांव के लोगों को कुंए का पानी नहीं पीने की अपील की.

ग्रामीणों से बात करते सीएस

'मौत के कारणों की हो रही जांच'
अचानक हुए बच्चे की मौत सीएस ने कहा कि डायरिया के प्रकोप से इतनी जल्दी किसी की मौत नहीं होती है. फिलहाल इस आज्ञात बीमारी के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. मौत के स्पष्ट कारण जानने के लिए कुएं का पानी का सैंपल लिया गया है. जांच के बाद ही पता चलेगा कि किस बीमारी से बच्चे की मौत हुई है.

स्वास्थ्य विभाग की टीम

मृत बच्चों के परिजनों से मिले सीएस
सिविल सर्जन मृतक बच्चे के परिजनों से भी मिले. उन्होंने इस मामले पर जरूरी पूछताछ भी की और उनके घर के कुएं का पानी का सैंपल भी लिया. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कि टीम को गांव में तैनात किया गया है. यहां एक डॉक्टर दिनभर रहेंगे और इसके अलावे एक एएनएम की भी नियुक्ति की गई है, जो 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी. कैंप में जरूरत की दवाई उपलब्ध करा दी गई है. यहां 24 घंटे एंबुलेंस हमेशा उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने लोगों से पानी में टेबलेट डालकर पीने की अपील की.

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