भागलपुर:कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जिले से संपर्क वाले दूसरे राज्य को जोड़ने वाली 14 जगहों पर सीमा सील करने की बात कही गई थी. जिसको लेकर कुछ निजी स्कूल और सरकारी स्कूल को आपदा सीमा राहत शिविर में बदला गया है. लेकिन जगदीशपुर प्रखंड के भागलपुर बांका बॉर्डर पर बनाए गए माउंट लिट्रा जी स्कूल और लोकनाथ महाविद्यालय बिल्कुल बंद पड़ा है. दोनों जगहों पर ताला लटका हुआ है.
जिला प्रशासन की लापरवाही आई सामने, आपदा सीमा राहत शिविर पर लटका ताला
स्थानीय लोगों के मुताबिक जिस तरह से भागलपुर के जगदीशपुर प्रखंड में बनाए गए आपदा सीमा राहत शिविर बंद है. उससे केंद्र और राज्य सरकार के जारी किए गए अलर्ट का उल्लंघन हो रहा है.
आपदा सीमा राहत शिविर बंद
स्थानीय लोगों के मुताबिक इससे साफ जाहिर होता है कि जिला प्रशासन कोरोना वायरस के प्रति कितनी संवेदनशील है. जबकि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जिले को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही निर्देश भी दिया गया है कि सीमा पर किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए. वहां पूरी व्यवस्था के साथ काम किया जाए और हर आने जाने वाले लोगों का सूचना संकलन करें. लेकिन जिस तरह से भागलपुर के जगदीशपुर प्रखंड में बनाए गए आपदा सीमा राहत शिविर बंद है. केंद्र और राज्य सरकार के जारी किए गए अलर्ट का उल्लंघन हो रहा है.
सेंटर पर नहीं है कोई व्यवस्था
बता दें कि आपदा सीमा राहत शिविर में बाहर से आने वाले व्यक्ति को 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन किया जाना है. इसमें खाने पीने की व्यवस्था और सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए शिविर की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाना था. इसके बाद क्वॉरेंटाइन पूरा होने के बाद व्यक्ति को उनके घर तक छोड़ने की जिम्मेदारी भी जिला प्रशासन की थी. इसके लिए जिला परिवहन अधिकारी को चयनित 14 जगहों पर वाहन की व्यवस्था भी करनी थी. लेकिन ऐसी कोई भी व्यवस्था इस सेंटर पर नहीं दिखाई दे रही.