भागलपुरः कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की जांच के लिए मायागंज इलाके में बनाए गए आईसोलेशन वार्ड के बाहर आपदा विभाग के सीनियर डीएम विकास कुमार करण को घंटों इंतजार करना पड़ा. जो अपनी पत्नी नूपुर पंचोली को लेकर करोना वायरस संक्रमण की जांच कराने आइसोलेशन वार्ड पहुंचे थे.
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में बनाए गए आईसोलेशन वार्ड में आम लोगों के साथ-साथ जिले के कई खास लोग भी अपने परिवार के साथ संक्रमण की जांच के लिए पहुंच रहे हैं. इसी दौरान भागलपुर के आपदा विभाग के सीनियर डीएम विकास कुमार करण को वार्ड के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ा.
आइसोलेशन वार्ड में जांच कराती अधिकारी की पत्नी रूडकी से वापस आई हैं अधिकारी की पत्नी
दरअसल, सीनियर डीएम अपनी पत्नी नूपुर पंचोली को लेकर करोना वायरस संक्रमण की जांच कराने आइसोलेशन वार्ड पहुंचे थे, उनकी पत्नी कुछ दिन पहले ही रूडकी से वापस आई हैं और पिछले 2 दिनों से उन्हें खांसी, सर्दी और सांस लेने में तकलीफ हो रही है.
2 घंटे तक जांच के लिए खड़े रहे सीनियर डीएम
सीनियर डीएम विकास कुमार अपनी पत्नी को आइसोलेशन वार्ड के बाहर लेकर करीब 2 घंटे तक खड़े रहे और इस दौरान उन्होंने अस्पताल प्रबंधक, अस्पताल के अधीक्षक सहित कई डॉक्टरों को फोन किया, लेकिन डॉक्टर करीब पौने 2 घंटे बाद मौके पर पहुंचे. तब जाकर सीनियर डीएम की पत्नी की जांच शुरू हुई.
समय पर नहीं पहुंचे डॉक्टर
इस दौरान सीनियर डीएम बार-बार फोन करते रहे लेकिन कोई भी समय पर नहीं पहुंचा. अस्पताल प्रबंधक की इस लापरवाही से स्वास्थ्य विभाग के जरिए जारी किए गए निर्देश की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं. जो दावे स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन कर रही है, उसकी पोल खुलती दिख रही है. जिस तरह से सीनियर डीएम को घंटों इंतजार करना पड़ा, इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम आदमी को कितना इंतजार करना पड़ेगा.