पटनाः बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती नीलम हत्याकांड में राजनीति (Pirpainti Neelam Murder Case) तेज हो गई. वहीं पीरपैंती थाना क्षेत्र के छोटी दिलोरा निवासी नीलम देवी की हत्या के बाद गांव में राजनीतिक दलों और पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों की गतिविधि तेज हो गई है. इसी बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP State President Sanjay Jaiswal )ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के दबाव में भागलपुर सिटी एसपी एक परिकल्पना (हाइपोथीसिस) पेश कर रहे हैं. पुलिस अपराधी की पहचान, पृष्ठभूमि और फोटो जारी नहीं कर रही है, क्योंकि वे आदतन अपराधी हैं और दिलचस्प है कि उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
ये भी पढ़ें-भागलपुर में महिला का स्तन काटकर हत्या पर बोले चंद्रशेखर यादव- 'जांच के बाद होगी कठोर कार्रवाई'
"भागलपुर नीलम यादव हत्याकांड चिंता का विषय है.स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने हमेशा इन अपराधियों की रक्षा की है, जो आदतन हिन्दू महिलाओं को परेशान और प्रताड़ित करते हैं. भागलपुर सिटी एसपी केस को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. कर्ज नहीं चुका पाने की स्थिति में क्या कानून किसी को हत्या की इजाजत देता है. भागलपुर सिटी एसपी को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए .नीतीश सरकार को भी चाहिए कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और जो कोई भी इस मामले में दोषी हों, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए."-संजय जायसवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
पुलिस का सिद्धांत एक झूठ और निराधारःभाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने हमेशा इन अपराधियों की रक्षा की है, जो आदतन खास वर्ग की महिलाओं को परेशान और प्रताड़ित करते हैं. आरोपियों से पीड़ित द्वारा ऋण लेने का पुलिस का सिद्धांत एक झूठ और निराधार बात है. परिवार और पीड़ित के पड़ोसियों ने पूरी तरह इस बात से इनकार किया है. यह कट्टरपंथी तालिबानी मानसिकता के साथ सांप्रदायिक आधार पर हत्या का एक स्पष्ट मामला है. भाजपा की ओर से कहा गया है कि नीतीश कुमार से इस सांप्रदायिक हत्या की घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेने और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की अपील करते है.