बेगूसराय: विभिन्न मांगों को लेकर पिछले 17 सितंबर से अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे जल श्रमिक संघ के सदस्यों ने सोमवार को अपने आंदोलन को तेज करते हुए डीएम कार्यालय के दोनों गेट को जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया. भूख हड़ताल के पांचवें दिन संघ के महासचिव रामबालक सहनी और बेगूसराय जिला सचिव अनिरुद्ध सहनी के नेतृत्व में डीएम कार्यालय के दोनों गेट को जाम कर जमकर नारेबाजी की गई.
मांग के समर्थन में नारेबाजी
प्रदर्शन कर रहे संघ के सदस्यों का आरोप है कि डीएम अनशन पर बैठे लोगों की मांगों पर वार्ता नहीं कर रहे हैं. इससे बिहार राज्य जल श्रमिक संघ के सदस्य काफी दुखी हैं. इसलिए बाध्य होकर आंदोलन को तेज किया गया. इस दौरान संघ के सदस्यों ने अपने मांगों के समर्थन में जोरदार नारा भी लगाया.
जलकरों की सुरक्षा व्यवस्था
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अधिकारियों को उनकी जायज मांगों को अविलंब वार्ता कर मछुआरों और जलकरों की सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार मछुआरों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है. यही वजह है कि बिहार के मछुआरों को रोजगार के अभाव में दूसरे प्रदेश पलायन करना पड़ता है.
आंदोलन करने की चेतावनी
संघ के जिला सचिव अनिरुद्ध सहनी ने कहा कि अनशनकारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में समाहरणालय के दोनों गेट को जाम किया. अगर पदाधिकारी अनशनकारियों के मांगों को नहीं मानेंगे, तो इस आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है.
जल श्रमिकों की मांग जायज
इस मौके संघ के सदस्यों ने बताया कि शामहो आकहा कुरहा के सीईओ और थाना प्रभारी की ओर से मछुआरों की जगह क्षेत्र के एक रंगदार ने अनर्गल तरीके से मछली के शिकार माही कराई जा रही है. इनकी मांगों के समर्थन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव मंडल सदस्य अनिल कुमार अंजान ने कहा कि इनकी मांग जायज है. सारा पेपर जल श्रमिकों के पक्ष में है.
जबरदस्ती मछली मारने का काम
यह जिम्मेवारी प्रशासन की है कि उनके अधिकार क्षेत्र के अंदर अगर कोई असामाजिक तत्व जोर जबरदस्ती से मछली मारने का काम कर रहा है. तो ऐसी स्थिति में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करते हुए दोषी के ऊपर सख्त कानूनी कार्यवाही किया जाए.
कई नेता रहे मौजूद
एआईवाईएफ के संयुक्त राज्य सचिव शंभु देवा ने कहा कि बेगूसराय जिले में जल जीवन हरियाली के तहत जितने भी जलकरों में काम किए गए. उस काम को कमेटी गठन कर जांच किया जाए और शेष बचे जलकरों का सीमांकन कर अतिक्रमण मुक्त कराया जाये.
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जल श्रमिक के नेता चंद्र देव सहनी ने किया. इस कार्यक्रम को रामरतन सहनी, दिलीप सहनी, अर्जुन सहनी, रामबदन सहनी, भोला सहनी, बनारसी सहनी दयानंद सहनी सहित कई लोगों ने संबोधित किया.