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बेगूसराय में अब तक 42 कुत्तों का शूटआउट, तीन दिनों से चल रहा एनकाउंटर - Bihar News

Begusarai News बेगूसराय में आवरा कुत्तों से लोगों को निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है. अब तक 42 आवारा कुत्तों को शूटरों ने (Terror Of Dog In Begusaria) मार गिराया है. आगे भी कुत्तों का एनकाउंटर जारी रहेगा.

बेगूसराय में कुत्तों का शूटआउट
बेगूसराय में कुत्तों का शूटआउट

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Published : Jan 4, 2023, 10:36 PM IST

बेगूसराय में कुत्तों का शूटआउट

बेगूसराय:बेगूसराय में आवार कुत्तों ने आतंक मचा रखा था. इन कुत्तों के हमले में आठ लोगों की मौत हो गयी थी. जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे. इन कुत्तों का आतंक समाप्त करने के लिए जिला प्रशासन ने शूटआउट का आर्डर जारी किया था. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने पटना से आए शूटरों के साथ मिलकर अब तक 42 कुत्तों को मौत (Dogs Shot Dead In Begusarai) के नींद सुला दिया है. कुत्तों का एनकाउंट (Encounter of Dogs In Begusarai) पिछले तीन दिनों से चल रहा है. पहले दिन 12 कुत्ते, दूसरे दिन 16 कुत्ते और तीसरे दिन बुधवार को 14 कुत्ते को गोली मारे जाने की सूचना मिली है.

यह भी पढ़ें:बेगूसराय में 16 कुत्तों का एनकाउंटर : पटना के शूटर्स ने मारी गोली, कुत्तों ने ली थी 8 लोगों की जान

तीन दिनों से टीम कर रही आवारा कुत्तों की तलाश: बछवाड़ा प्रखंड मे आवारा कुत्तों का लगातार शूटआउट जारी है. तीन दिनों के कार्रवाई में 42 कुत्तों को गोली मारी गयी है. फिर भी स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी भी बहियार में आदमखोर कुत्ते झुंड मौजूद है. ऐसे में वन विभाग की टीम अभी भी इलाके मे जमी हुई है. मंगलावार को 6 सदस्यीय टीम ने रानी- 1, अरवा, भीखम चक, रुदौली एवं बछवारा बहियार में कुत्तों की तलाश की गई और उनका निशाना बनाया गया.

"मामले की शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने वन एवं पर्यावरण विभाग को इसकी सूचना दी थी. जिसके बाद वहां से पहुंचे आंखेटक की टीम कुत्तों को शूट आउट करने का काम कर रही है. बुधवार की दोपहर तक 9 कुत्तो को मार गिराया गया था"-राजेश कुमार सिंह, एसडीएम

स्थानीय लोगों ने लगायी थी प्रशासन से गुहार: कुत्तों के आतंक से परेशान बछवाड़ा प्रखंड के लोगों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगायी थी. जिसके बाद इन आवारा कुत्तों को मारने का निर्णय लिया गया. इस मुहिम में स्थानीय ग्रामीणों का भी प्रशासन और वन विभाग का सहयोग मिल रहा है. इन आवारा कुत्तों के डर से स्थानीय लोग डर के साए में जी रहे थे. इनका खौफ इतना बढ़ गया था कि महिलाएं और किसान अपने घर से निकलना छोड़ दिए थे.

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