बेगूसराय: खेती पर आत्मनिर्भर बनने और समाज को नई दिशा में देने में लगे बेगूसराय के युवा उद्यमी ने एक बार फिर जिला का नाम रौशन किया है. बेगूसराय के कोरैय निवासी युवा उद्यमी ब्रजेश कुमार 12 और 13 जनवरी को उत्तराखंड स्थित पंतनगर के गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित 16 वें नेशनल यूथ कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए चयन किया गया है.
स्वामी विवेकानंद की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित उपरोक्त कांफ्रेंस का विषय है 'आत्मनिर्भर भारत अभियान में युवाओं की भूमिका आत्मनिर्भरता की भारतीय भावना को पुनर्जीवित करना'. इस कार्यक्रम में देशभर के 500 से अधिक युवा उद्यमी हिस्सा लेंगे. जिसमें बेगूसराय के ब्रजेश भी शामिल है.
ब्रजेश ने बताया कि नेशनल यूथ कॉन्फ्रेंस 2021 के अवसर पर विश्वविद्यालय के समारोह में अपने विचार रखने के लिए एक आमंत्रण आया है. मैं अपने आप को अभिभूत महसूस कर रहा हूं कि मुझ जैसे मामूली कृषक को इस काबिल समझा गया. उल्लेखनीय है कि ब्रजेश ने डिप्लोमा और टेक्नोलॉजी की पढ़ाई करने के बाद वेबडेवलपिंग शुरू की, लेकिन 2017 में उन्होंने खेती का ऐसा जुनून सवार हुआ कि अब वो पशुपालन के साथ-साथ प्रगतिशील खेती कर रहे हैं.
आदर्श दुग्ध उत्पादक सहयोग समिति के अध्यक्ष और नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड का माइक्रो ट्रेनिंग सेंटर में पांच हजार से अधिक पशुपालकों को प्रशिक्षित कर चुके ब्रजेश से खेती और पशुपालन के गुर सीखने के लिए दूर दराज से किसान आ रहे हैं. विगत दस सितंबर को पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन विभाग की बिहार से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं के ऑनलाइन उद्घाटन-शिलान्यास के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रजेश से बात कर उसके कार्यों की सराहना की और टिप्स भी दिए थे.
प्रधानमंत्री ने कहा था कि ब्रजेश जैसे आत्मविश्वास से भरे नौजवान, टेक्नोलॉजी और विजन वाले नौजवान अपने ज्ञान का और क्षेत्रों में कैसे उपयोग हो इसका कमिटमेंट कर रहे हैं, जिसने मुझे भी इंप्रेस कर दिया कि गांव में ही रहकर ऐसा काम कर रहे हैं. दृढ़ निश्चय से उठाया गया आपका कदम और गांव की धरती की बात और अनुभव सुनना गर्व देता है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है, आपके जैसे नौजवान का जुड़ना बहुत बड़ी बात है.
किसानों के लिए जंजीर बन चुके कई कानून बदले गए हैं. किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं. आप जैसे युवा किसान का आधुनिक कृषि से जोड़ने वाला प्रयास प्रेरणादायी है. यह अधिक से अधिक किसानों को एक नया रास्ता दिखाएगा. ब्रजेश के इस कामयाबी पर उन्हें लोगों से लगातार बधाई मिल रही है. जिससे ब्रजेश फुले नहीं समा रहे है.