बांका: बल्लीकित्ता निवासी शशिधर कापरी और उनकी पत्नी की अचानक हालत बिगड़ने लगी. उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगी. उसके बाद दोनों को अमरपुर अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया. परिजन जब दोनों को लेकर अस्पताल पहुंचे तो काफी समय बीत जाने के बाद भी ऑक्सीजन नहीं मिला.
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ऑक्सीजन नहीं मिलने पर हंगामा
मायागंज अस्पताल में काफी समय बीत जाने के बाद भी उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिलने पर शशिधर कापरी के दो पाैत्रों ने अस्पताल में रो-रो कर ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की मांग की. लेकिन किसी ने इनकी सुध नहीं ली. उसके बाद इन दोनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया.
तीन बेटों की कोरोना से मौत
शशिधर कापरी के तीन बेटों की कोरोना से मौत हो चुकी है. सबसे पहले निकुंज कापरी की दिल्ली में काेराेना की वजह से माैत हाे गयी थी. जिन्हें आग देने के लिए बड़े पुत्र प्रमाेद कापरी गये थे. वो भी पाॅजिटिव पाये गये और मायागंज में गत रविवार काे उनकी भी माैत हाे गयी. जबकि इससे पहले उनके सबसे छोटे पुत्र प्रभाष कापरी कुछ ही दिनों पूर्व देवघर से लौटने के क्रम में पॉजिटिव हो गये थे. उसके बाद गांव में ही उसकी मौत हो गई. अब माता-पिता मायागंज में जिंदगी और माैत से लड़ाई लड़ रहे हैं.