बांका:जिले के बाराहाट प्रोन्नत मध्य विद्यालय उर्दू (बालक) में जिला चेतना सत्र के दौरान 'पेड़ ही जिंदगी है' नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें स्कूल के बच्चों ने आपस में श्रृंखला बनाकर 'पेड़' और 'लाइफ' शब्द की आकृति बनाई. जो लोगों की खूब पसंद आया.
बांका: स्कूली बच्चों ने 'पेड़' और 'लाइफ' शब्द की आकृति की बनाई मानव श्रृंखला - Former DDC Abhilasha Kumari Sharma
प्रधानाध्यापक उमाकांत कुमार ने कहा कि हम सब को कम से कम एक पेड़ लगाना ही चाहिए. पर्यावरण संतुलन के लिए धरती पर पेड़-पौधे का होना बहुत जरूरी है.
जीवन में पेड़ बहुत जरूरी
प्रधानाध्यापक उमाकांत कुमार ने अपने संबोधन में विद्यालय की हरियाली में पूर्व डीडीसी अभिलाषा कुमारी शर्मा के योगदान की चर्चा की. प्रधानाध्यापक ने कहा उन्हीं की प्रेरणा से विद्यालय में पेड़ लगाने की शुरुआत हुई थी. उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में पेड़ उतना ही जरूरी है जितनी हमारी सांसें.
पेड़ लगाने का लिया संकल्प
प्रधानाध्यापक उमाकांत कुमार ने कहा कि एक पेड़ कइयों को जिंदगी देती है. हम सब को कम से कम एक पेड़ तो लगाना ही चाहिए. उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन के लिए धरती पर पेड़-पौधे का होना बहुत जरूरी है. अभी जिस तरह हम बारिश, बाढ़ और सुखा से झूझ रहे हैं. इसके उबरने के लिए पेड़ लगाना चाहिए. कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने खाली पड़े जमीन पर पेड़ लगाने का संकल्प लिया.