बांका :बिहार के बांका(Banka) जिले की लाइफ लाइन माने जाने वाली चांदन नदी पुल ध्वस्त हुए एक साल का समय बीत चुका है. पर उसके निर्माण की शुरुआत तक नहीं हो सकी है. काम चलाऊ मिट्टी का डायवर्सन (bridge diversion) भी इस पानी में टूटने की कगार पर है. इसकी हालत ऐसी है कि लोग जान जोखिम में डालकर आधे किलोमीटर के इस डायवर्सन को आधे घंटे में पार करते हैं.
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कभी भी हो सकता है हादसा
चांदन नदी पर बने डायवर्जन की स्थिति ठीक नहीं है. इसके कभी भी अवरुद्ध हो जाने की आशंका बनी हुई है. जिससे यहां के लोगों की परेशानी बढ़ सकती है. हालांकि प्रशासन के अधिकारी इस पर नजर रखे हुए हैं. लेकिन बावजूद इसके जिस तरह इसके निर्माण में गुणवत्ता की धज्जियां उड़ाई गई थीं. ऐसा आम लोगों का भी मानना है. इस वर्ष मानसून की दस्तक के साथ ही जिस तरह की मूसलाधार बारिश होने से नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है.
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डायवर्सन पर बने गड्ढे
हालांकि चांदन नदी के ऊपर डैम बना है फिर भी संबंधित जल ग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश की वजह से नदी में पानी का बहाव जारी है. डायवर्सन पर बारिश की वजह से छोटे बड़े सैकड़ों गड्ढे बन गए हैं. जिनमें पानी जमा है. आने जाने वाले उन की गहराइयों का अंदाजा नहीं लगा पाते, जिनसे होकर उछलते कूदते उन्हें पार करना पड़ता है. कई जगह डायवर्जन के उत्तर और दक्षिण कटाव भी हुआ है.
बड़े नुकसान की आशंका से इनकार
हालांकि अधिकारी इससे फिलहाल किसी भी प्रकार के बड़े नुकसान की आशंका से इनकार करते हैं. इस डायवर्जन का निर्माण विगत विधानसभा चुनाव के समय अस्थाई तौर पर किया गया था. इसके निर्माण में करोड़ों की राशि व्यय की गई थी. वहीं यहां के नेताओं और जनप्रतिनिधियों द्वारा कहा गया था कि जल्द ही पुल निर्माण में काम लगेगा. साथ ही चांदन पुल के उत्तर एक व्यवस्थित डायवर्जन बनेगा जो पुल का निर्माण होने तक छोटे-बड़े वाहनों के आवागमन का जरिया होगा.
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