बांका: जिले में कुल 117 पैक्स का चुनाव विभिन्न चरणों में होना है. लेकिन चांदन प्रखंड में होने वाले 8 पैक्स के मतदाता सूची में सहकारिता पदाधिकारी की मिलीभगत से बहुत बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया गया है. इसके लिए बड़ी संख्या में सुधार का आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी चांदन और सहकारिता पदाधिकारी के पास जमा किए गए हैं.
पिछले चुनाव में भी सहकारिता पदाधिकारी राजीव कुमार रंजन पर पैसा लेकर नाम जोड़ने और अपने पक्ष के उम्मीदवार के वोटरों का नाम मतदाता सूची में रखने और विरोधी का नाम हटाने का आरोप लगाया गया था. इस वर्ष होने वाले चुनाव में भी बड़ी संख्या में वर्तमान पैक्स अध्यक्ष के समर्थकों का नाम रखने और विरोधियों का नाम बड़ी संख्या में हटाने का आरोप लगाया गया है. वर्तमान में एक अध्यक्ष ने तो यहां तक कहा कि राजीव रंजन ने उन्हें कार्यालय बुला कर कहा कि अगर अध्यक्ष बनाना है तो 40 हजार रुपये मेरे पास जमा करो. इसके लिए हमें जो भी करना होगा हम करेंगे.
यहां मतदाताओं के नाम गायब
सबसे अधिक शिकायत कुसुमजोरी पंचायत से आईं हैं. यहां, जो लगातार कई चुनाव में मतदाता थे. उनका नाम पूरी तरह गायब है. जबकि ऐसे भी मतदाता सामने आए, जिनका कहना है कि उन्हें सिर्फ एक रुपये का वोट देने वाला सदस्य बनाया गया है. कुसुमजोरी के उमाकांत का कहना है कि उसका नाम जानबुझ कर मतदाता सूची में गलत दर्ज है, ऐसी ही शिकायत उसी पंचायत की रेखा देवी, सहदेव दास, रामदेव यादव, सहित कई दर्जन मतदाताओं ने की है. कुछ मतदाता ने बताया कि उनके पास कार्यकारिणी सदस्य होने का प्रमाण एवं 11 रुपये की रसीद भी उपलब्ध है. लेकिन उनका नाम 1 रुपये वाली सूची में दर्ज है. इससे वे सिर्फ वोट देने के अधिकारी है. उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं है.