बांका: भागलपुर-बांका रेल खंड को विद्युतीकरण से जोड़ने का काम पिछले छह महीने से चल रहा था. विद्युतीकरण का काम समाप्त होने के बाद मालदा डिवीजन के डीआरएम यतींद्र और सीआरएस एम. चौधरी सहित रेलवे के अधिकारियों ने बांका रेलवे जंक्शन पहुंचकर इसकी बारीकी से जांच की. वहीं, दो से तीन दिनों के अंदर बांका-भागलपुर रेल खंड पर विद्युत इंजन से ट्रेन का परिचालन शुरू कराने के लिए हरी झंडी मिल जाएगी.
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डीजल पर आत्मनिर्भरता हो जाएगी समाप्त
डीआरएम और सीआरएस सैलून से बांका पहुंचे थे, उसमें विद्युत इंजन लगाकर इसकी विधिवत शुरुआत की गई. मौके पर डीआरएम यतींद्र कुमार ने बताया कि मालदा डिवीजन के बांका-भागलपुर रेलवे ट्रैक पर पिछले छह महीने से विद्युतीकरण का काम चल रहा था. पूरा होने के बाद उसकी जांच की गई है. जांच में सब कुछ दुरुस्त पाया गया है.
उन्होंने कहा कि विद्युत इंजन चलने से गाड़ियों की रफ्तार तेज होगी और डीजल से आत्मनिर्भरता समाप्त होगी. साथ ही लोगों के समय का भी बचत होगा. वर्तमान में सबौर ग्रिड से बिजली की सप्लाई होगी. बांका रेलवे स्टेशन के समीप ही 25 केवी का विद्युत जंक्शन बनाने का काम चल रहा है जो छह महीने के अंदर पूरा कर लिया जाएगा.
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बाराहाट दुमका रेल खंड पर विद्युतीकरण का काम है शुरू
डीआरएम यतेंद्र कुमार ने बताया कि बांका रेलवे जंक्शन के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी डेवलप किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बांका से ट्रेनों के परिचालन की संख्या बढ़ाने की फिलहाल कोई संभावना नहीं है. इस पर रेल मंत्रालय ही निर्णय लेगा. मालदा डिविजन के अंदर पढ़ने वाले बाराहाट से दुमका तक रेलवे लाइन को भी विद्युतीकरण का काम करवाया जा रहा है. बांका को जसीडीह से जोड़ने वाली रेलखंड का हिस्सा आसनसोल डिवीजन में आता है.