बांका:जिले में कोविड-19 खोज अभियान की शुरुआत की गई है. इसके तहत घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है. लोगों की स्क्रीनिंग के लिए 4 पेजों का फॉर्मेट तैयार किया गया है. उसी के आधार पर कर्मचारी लोगों से जानकारी हासिल कर रहे हैं.
बांका: कोरोना से संक्रमित लोगों की पहचान के लिए डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग और सर्वे शुरू - घर-घर हो रहा सर्वे
बीडीओ विजय कुमार चंद्रा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग का काम चल रहा है. इस दौरान लोगों से कोरोना से संबंधित सवाल पूछे जा रहे हैं. कोरोना के लक्षण दिखने पर सैंपलिंग भी ली जा रही है.
डोर-टू-डोर सर्वे और स्क्रीनिंग
कोरोना महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकार के निर्देश के बाद जिला प्रशासन की ओर से कोविड-19 खोज अभियान शुरू की गई है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से टीम भी गठित की गई है. इस टीम में आंगनवाड़ी सेविका, एएनएम और प्रखंड के कर्मचारी भी शामिल हैं. ये कर्मचारी डोर टू डोर सर्वे कर रोगियों की पहचान करने में जुटे हैं. बता दें कि पल्स पोलियो अभियान की तरह कोविड-19 खोज अभियान की भी शुरुआत की गई है. जिसमें कोरोना संदिग्ध मरीजों की पहचान की जाएगी. इसके लिए बांका शहरी क्षेत्र के हर मुहल्ले में कर्मचारी सर्वे करेंगे.
तैयार किया गया है विशेष फॉर्मेट
बांका शहरी क्षेत्र में 10,000 से अधिक घरों में 46 हजार से अधिक की आबादी रहती है. इस पूरे अभियान की मॉनिटरिंग के लिए टीम भी गठित की गई है. कर्मी विधान चंद्र सिंह ने बताया कि स्क्रीनिंग के लिए 4 पेज का फॉर्मेट तैयार किया गया है. जिला प्रशासन से माइक्रो प्लान मिला है. जिसमें लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी जानकरी जुटाई जाएगी. सबको हरेक सवाल का जवाब देना जरूरी होगा. टीम स्क्रीनिंग कर अपनी रिपोर्ट भेजेगी. जिसके आधार पर कोरोना के संदिग्ध की पहचान कर उन्हें क्वारंटीन किया जाएगा.