अररिया: जिले के सदर अस्पताल में एंबुलेंस ड्राइवरों के हड़ताल से मरीज़ बेहाल हैं. जिससे वहां के निजी गाड़ी के ड्राइवर मनचाहे भाड़े की मांग कर रहे हैं. जिससे मरीज़ों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर एम्बुलेंस कर्मचारी
बिहार सरकार के ग़लत रवैये के शिकार एम्बुलेंस कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. जिसका खामियाजा मरीज़ों को भुगतना पड़ रहा है. मरीज़ अस्पताल में काफ़ी परेशान हाल में दिख रहे हैं. वहीं एम्बुलेंस कर्मचारी सुबह से ही धरना स्थल पर बैठकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
प्राइवेट गाड़ियों के ड्राइवर की चांदी
इमरजेंसी के दौरान मरीज को लोग प्राइवेट गाड़ी पर ही इलाज के लिए दूसरी जगह ले जा रहे हैं. जहां मरीज़ के परिजनों से निजी गाड़ी के चालक मनमाना तरीके से पैसा वसूल रहे हैं.
श्रम कानून के तहत मिले सुविधा- ड्राइवर
हड़ताल कर्मचारियों का कहना है कि पीडीपीएल और सम्मान फाउंडेशन के द्वारा 102 एम्बुलेंस कर्मियों को श्रम कानून के तहत जो सुविधा मिलनी चाहिए, उससे दूर रखा जा रहा है. सदर अस्पताल में कुल 16 एम्बुलेंस है, जिसमें सिर्फ़ आठ ही काम कर रहा है, बाकी खराब पड़े हैं, कोई भी उसे देखने वाला नहीं है. मरीज़ को लेकर परिजन घंटों अस्पताल परिसर में बैठे रहते हैं.
हड़ताल पर एम्बुलेंस ड्राइवर 'यूनियन के कर्मचारियों को धमकाया जा रहा है'
आरोप है कि यूनियन के कुछ कर्मियों को नौकरी से निकालने के लिए डराया और धमकाया भी जा रहा है. उनका कहना है कि कुछ कर्मी को निलंबित भी कर दिया गया है उसे वापस लिया जाए और अतिरिक्त घंटे के काम का भुगतान किया जाए.