अररिया: पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में बिहार विधान परिषद के सदस्य प्रोफेसर संजय पासवान ने एनआरसी मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एनआरसी का मुद्दा बीजेपी का नहीं बल्कि पूरे देश का है. राज्य सरकार को भी इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
असम में एनआरसी मामले के बाद अब बिहार में भी इसे लागू करने की चर्चा होने लगी है. इसको लेकर एमएलसी संजय पासवान ने कहा कि इस मामले पर बीजेपी का क्लियर स्टैंड है. असम, गुजरात, कश्मीर या फिर देश का कोई भी राज्य जहां दूसरे लोग घुसपैठ कर रहे हैं, उनकी पहचान होनी जरूरी है.
'घुसपैठियों के लिए चिकन नेक है अररिया'
संजय पासवान ने कहा कि ऐसे लोगों को चिह्नित करना राज्य सरकार का भी कर्तव्य बनता है. अगर अररिया की बात करें तो यहां से सबसे ज्यादा घुसपैठ होती है. इसके बाद लोग देश के किसी भी कोने में पहुंच जाते हैं. अररिया इस मामले में चिकन नेक के रूप में जाना जाता है. इसीलिए इस पॉइंट पर इंट्री रोकना जिला प्रशासन के साथ बिहार सरकार की जिम्मेदारी है. इस पर चौकस होने की आवश्यकता है. यह बहुत बड़ी चिंता का विषय है.
'घुसपैठियों की वजह से जनसंख्या असंतुलित'
दरअसल, सीमांचल के पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया में जिस रफ्तार से आबादी बढ़ रही है इसे देखते हुए बीजेपी बार-बार विदेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाती रही है. उनका मानना है कि बांग्लादेशियों ने इन जिलों में घुसपैठ की है. इससे यहां की आबादी असंतुलित हो रही है. इसी को लेकर बीजेपी के नेता इन इलाकों के लिए एनआरसी का मुद्दा उठाते हैं.