अररिया: चार वर्ष के बच्चे की बरामदगीको लेकर उसके माता-पिता पिछले 16 महीने से कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. एकलौते बेटे रय्यान के सकुशल घर लौटने की आस में इमरान आलम और उसकी पत्नी रूबी परवीन आंखे बिछाए राह देख रही है. मामला सिमराहा थाना क्षेत्र के डोरिया सोनपुर वार्ड नंबर 9 का है. जहां रय्यान का अपहरण गांव के ही कुछ लोगों ने 10 अगस्त 2022 को अपहरण कर लिया था. इस मामले में पीड़ित पिता इमरान आलम के बयान पर सिमराहा थाना में अपहरण का मामला दर्ज किया गया था.
अररिया में मासूम का अपहरण: बताया जाता है कि अपहरण कांड में इमरान आलम ने गांव के ही सनाउल्लाह, रेहान आलम उर्फ गुड्डू, नजमुल हक और मो.इमाम को नामजद आरोपी बनाया था. इस अपहरण कांड में तत्कालीन सिमराहा थाना अध्यक्ष ने एफआईआर दर्ज करने के बाद ही रेहान आलम उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण सनाउल्लाह की भी गिरफ्तारी हुई थी.
मिल रही धमकियां:परिजनों ने बताया कि बच्चे रय्यान को घर से फुसलाकर अपने साथ ले गया था. उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार किया. बता दें कि सनाउल्लाह नाबालिग था. इसलिए उसे पर्यवेक्षण गृह भेज दिया गया. बाकी दो आरोपी ने तीन महीने बाद अररिया न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था, लेकिन इस गंभीर मामले में तत्कालीन सिमराहा थाना अध्यक्ष ने आरोपियों के विरुद्ध कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य कोर्ट को प्रस्तुत नहीं किया तो सभी को न्यायालय से जमानत मिल गई. पीड़ित इमरान आलम ने बताया कि अब लगातार हमलोगों को धमकियां दी जा रही है कि केस को उठा लो नहीं तो तुम्हारे बेटे जैसा अंजाम भुगतना पड़ेगा.
उपमुख्यमंत्री ने भी दिया था आश्वासन: अपहृत रय्यान के बड़े पिता हाजी सुफियान और पिता इमरान आलम ने बताया कि अपने बच्चे की बरामदगी के लिए थाना से लेकर एसपी, आईजी तक गुहार लगाई गई है. इसके साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी मिलकर बेटे को बरामद करने के लिए गुहार लगाई है, लेकिन अभीतक मेरे बच्चे को बरामद नहीं कराया गया है.