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छुट्टी पर भेजे गए वित्तीय अनियमितता के आरोपी वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के VC देवी प्रसाद तिवारी

वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति को राजभवन के आदेश के बाद अनिवार्य रूप से छुट्टी पर भेज दिया गया है. जांच प्रक्रिया पूरी होने तक वे छुट्टी पर रहेंगे. बताया जाता है कि कुलपति प्रो. देवी प्रसाद तिवारी अपने उपर लगे आरोपों की जांच में बाधा पैदा कर रहे थे.

राजभवन बिहार
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Published : Jun 3, 2021, 2:15 PM IST

पटनाःवीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय ( Veer Kunwar Singh University ) के कुलपति प्रो. देवी प्रसाद तिवारी पर लगे गंभीर आरोपों के मामले में कार्रवाई तेज हो गई है. मामले की जांच में बाधा डाल रहे कुलपति प्रो. देवी प्रसाद को जांच पूरी होने तक राजभवन ने अनिवार्य अवकाश पर रहने का आदेश दिया है.

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एमयू के वीसी को प्रभार
जांच पूरी होने तक मगध विश्वविद्यालय (Magadh University) के कुलपति प्रो. राजेंद्र प्रसाद को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. इस संबंध में राज्यपाल सह कुलाधिपति के सचिव एल चोंग्थू के हस्ताक्षर से जारी पत्र राजभवन ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति को भेजा है. बता दें कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर देवी प्रसाद तिवारी पर प्रशासनिक और वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप हैं और इसी मामले की जांच की जा रही है.

2 सदस्यीय जांच समिति को जिम्मेदारी
राज्यपाल फागू चौहान (Governor Of Bihar Fagu Chauhan) ने मामले की जांच की जिम्मेदारी ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) के कुलपति प्रोफ़ेसर सुरेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बनी 2 सदस्य जांच समिति को दी है. इसी कड़ी में प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने राजभवन में भेजे गए एक रिपोर्ट में कुलपति समिति पर जांच प्रक्रिया में बाधा डालने और सहयोग नहीं करने की बात कही थी. जिसके बाद राजभवन की ओर से उन्हें अनिवार्य रूप से अवकाश पर रहने का पत्र जारी कर दिया गया.

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शिक्षण कार्य पर भी पड़ रहा असर
बिहार में आधा दर्जन विश्वविद्यालयों में कुलपति के पद खाली पड़े हैं. कई कुलपतियों पर गंभीर आरोप भी लगते रहे हैं. पहले भी कई कुलपतियों पर गंभीर आरोप लगे हैं और जांच में दोषी भी पाए गए हैं. कोरोना महामारी के समय कुलपतियों के पद खाली रहने और उनपर लग रहे आरोपों की वजह से शिक्षण कार्य भी प्रभावित हुआ है.

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