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कार पर लगा था बिहार सरकार का स्टीकर, हो रही थी शराब की तस्करी, पुलिस ने दबोचा - smuggling liquor in Patna

बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है लेकिन इस शराब के अवैध कारोबार से जुड़े लोग तस्करी के नये-नये तरीके खोज लेते हैं. पटना में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें शराब की तस्करी के लिए वाहन पर बिहार सरकार के स्टीकर का उपयोग किया जा रहा था. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Aug 31, 2021, 7:14 PM IST

पटना:बिहार (Bihar) में जारी शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) के बाद भी शराब माफिया लगातार बिहार और खास कर राजधानी पटना (Patna) में अवैध शराब की खेप लाने की जुगत में जुटे रहते हैं. कई तरीकों से राजधानी पटना में शराब की खेप लेकर आ रहे शराब माफियाओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है. इसी कड़ी में बिहार सरकार का स्टीकर लगे वाहन से एक कार में लादी जा रही 200 लीटर अंग्रेजी शराब की अवैध खेप को पुलिस ने पकड़ा है. इस मामले में दो शराब माफियाओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है.

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दरअसल, पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के शिवपुरी इलाके के ममता अपार्टमेंट के पीछे वाली सड़क पर खुलेआम एक चार पहिया वाहन से अवैध अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप को शराब माफिया दूसरे वाहन में रख रहे थे. इसी दौरान इसकी सूचना किसी ने शास्त्रीनगर थाने को दे दी. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने वहां घेराबंदी कर एक वाहन से दूसरे वाहन में शराब की खेप रख रहे दो युवकों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार शराब माफियाओं की कार से कुल 200 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब की खेत पुलिस पकड़ी गयी.

गिरफ्तार दोनों शराब माफियाओं से पूछताछ में पुलिस और जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि शराब को कहां से लाया जा रहा था और इसे कहां पहुंचाना था. इस अवैध धंधे से और कौन-कौन जुड़ा है. इस मामले में पुलिस ने कुछ भी बताने इनकार कर दिया.

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बिहार में 5 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी (Liquor Ban in bihar) है इसके बावजूद भी बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी कानून लागू नहीं हो पा रहा है. शराब का व्यवसाय बिहार में अवैध रूप से फल फूल रहा है. लॉकडाउन (Lockdown) के बाद एक बार फिर से राज्य में शराब के कारोबार में वृद्धि दर्ज की जा रही है.

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शराब की बड़ी तस्करी पर लगाम लगाने के लिए मद्य निषेध विभाग (Excise & Prohibition Dept.) एवं निबंधन विभाग की ओर से पूरे राज्य में लगातार कार्रवाई की जा रही है इसके बावजूद भी शराब तस्कर बाज नहीं आ रहे हैं. बिहार की राजधानी पटना शराब बिक्री मामले में टॉप 5 जिलों में शामिल है.

मई माह में लॉकडाउन के बाद एक बार फिर से राज्य में शराब के कारोबार में वृद्धि दर्ज हुई है. शराब की बढ़ती तस्करी पर लगाम लगाने के लिए मद्य निषेध विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. वहीं जून माह के दौरान पूरे राज्य में शराब की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए की गई कार्रवाई जैसे छापेमारी, केस दर्ज, गिरफ्तारी और शराब बरामदगी को लेकर रिपोर्ट सामने आई है.

जून माह की रिपोर्ट के अनुसार 1 माह में पूर्वी चंपारण में सबसे अधिक 12839.90 लीटर और इसके बाद पटना जिला में 10024.50 लीटर शराब पकड़ी गई. इसके साथ ही शराब तस्करी के मामले में मुजफ्फरपुर में 55 और भोजपुर में 51 लोगों की गिरफ्तारी की गई. जून माह के दौरान मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग की ओर से सभी जिले में कार्रवाई की गई. इस दौरान एक माह में 115771 लीटर देशी विदेशी शराब जब्त की गई.

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जून माह के दौरान मद्य निषेध विभाग के निर्देश पर केंद्रीय टीम और पटना की टीम ने मिलकर 9269 जगह पर छापेमारी की जबकि 1224 मामले दर्ज किए गए. छापेमारी के बाद शराब तस्करी उत्पाद उपयोग के मामले में 655 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. इसके अलावा तस्करी में संलिप्त 324 वाहनों को भी जब्त किया गया है.

शराब जब्ती मामले में पूर्वी चंपारण टॉप पर है तो दूसरे स्थान पर पटना, तीसरे स्थान पर औरंगाबाद, चौथे पर सिवान और पांचवें पर भागलपुर है. वहीं गिरफ्तारी के मामले में भी मुजफ्फरपुर प्रथम स्थान पर, भोजपुर दूसरे स्थान पर, नवादा तीसरे स्थान पर और पटना चौथे स्थान पर है जबकि सीतामढ़ी पांचवें स्थान पर है.

मद्य निषेध विभाग की ओर से दो टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है. 18003456268 और 15545 नंबर पर कोई भी व्यक्ति शराब तस्कर, क्रय विक्रय वितरण, संग्रह भंडारण. परिवहन एवं सेवन की जानकारी दे सकता है.

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