पटनाःएआईएमआईएम के चार विधायकों का पार्टी में विलय (Four AIMIM MLA joined RJD) के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव फार्म में दिख रहे हैं. गुरुवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कहा कि वे भविष्य की तैयारी (Tejashwi Yadav Statement On Bihar Politics ) कर रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एआईएमआईएम छोड़कर राजद में शामिल चारों विधायक भी मौजूद थे. उनके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. इस दौरान तेजस्वी ने बीजेपी पर भी बड़ा हमला बोला और अकेले चुनाव नहीं लड़ने पर सवाल उठाया. बीजेपी और जदयू के बीच जारी खटपट के बीच तेजस्वी के बयान को बिहार में किसी बड़े राजनीति बदलाव के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है.
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अध्यक्ष ने की घोषणा, सदन में राजद बनी सबसे बड़ी पार्टीःप्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से मुखातिब होते हुए तेजस्वी (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) ने कहा कि यह बहुत ही अद्भुत बात है कि विपक्षी पार्टी में दूसरे दलों के विधायक शामिल हो रहे हैं. जबकि अभी तक यह ऐसा नहीं होता था. आमतौर पर विधायक सत्तापक्ष की पार्टी में शामिल होते थे. तेजस्वी ने कहा कि आज महागठबंधन की बड़ी जीत हुई है. आधिकारिक रूप से विधानसभा अध्यक्ष ने सभी पहलुओं को देखने के बाद आज बिहार विधानसभा के सत्र के समापन भाषण में यह घोषणा की कि चारों विधायकों को राष्ट्रीय जनता दल में सम्मिलित किया जाता है.
इसका यह मायने है कि राष्ट्रीय जनता दल अब बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बनकर (RJD Biggest Party In Bihar) उभरी है. उन्होंने कहा कि देश में आजकल या पूर्व में भी यह कहीं देखने को नहीं मिला है कि विपक्षी दल में दूसरे दल के विधायकों विलय कर रहे हों. यह विलय सभी विलयों से अलग है. हमेशा देखा जाता रहा है कि जहां सत्ताधारी दल है, वहां लोग मिले करते हैं.
राजद सीटों में ही नहीं वोट में भी सबसे आगेःयह साफ दिखाता है कि हमारे नेता लालू प्रसाद का जो नेतृत्व है और जो सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता की जो विचारधारा है. यह इतना मजबूत है कि हर कोई इससे प्रभावित रहता है. वरना 17 साल से विपक्ष में रहने के बाद भी आज तक भाजपा को इतनी हिम्मत नहीं हुई कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़े. उन्होंने कहा कि आज अगर यह आकलन किया जाए कि महागठबंधन के पास कितना वोट है या एनडीए को ज्यादा वोट है. क्योंकि 2020 में अंतर केवल 12000 मतों का था.
एक करोड़ 56 लाख महागठबंधन को मत मिला, जबकि एक करोड़ 56 लाख 12 हजार एनडीए को मत मिला. चार विधायक जुड़ने के बाद और बोचहा उपचुनाव जीतने के बाद हमारा मत कम से कम 15000 ज्यादा होगा. अगर एनडीए और महागठबंधन के वोट को प्रतिशत में बांटा जाए तो हम एनडीए से आगे हैं. बड़ी जीत उपचुनाव में भी मिली और इसमें भी मिली.
सीमांचल में भी राजद मजबूतःतेजस्वी ने कहा कि सीमांचल में ज्यादातर सीटें कांग्रेस को दी गई थी. सीमांचल से जितनी संख्या हमको मिलनी चाहिए थी वह नहीं मिली. अब सीमांचल में भी हम मजबूत हो चुके हैं. सीमांचल बहुत गरीब इलाका है. अभी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है और हमारे चारों विधायकों से बात हुई है.
सीमांचल विकास आयोग का गठन होः सभी सीमांचल के विकास को लेकर चिंतित हैं. हम लोग जल्द ही सीमांचल के विकास को लेकर एक बड़ी लड़ाई लड़ेंगे. पार्टी के एजेंडे में सीमांचल विकास आयोग बनाने की बात थी उसको लेकर के हम लोग लड़ाई लड़ेंगे कि सरकार सीमांचल के लिए आयोग बनाए. उसके विकास के लिए मूल्यांकन करें. और उस सही सलाह देते हुए कि कहां क्या कमी है उसे पूरा किया जाए. उसी हिसाब से बजट का पैसा सीमांचल के इलाकों में खर्च होना चाहिए.