पटनाः 10 जून को बिहार में राज्यसभाके 5 सीटों पर चुनाव (Rajya Sabha Election For 5 Seats of Bihar) होना है. उससे पहले जदयू के राज्यसभा सदस्य किंग महेंद्र प्रसाद के निधन से रिक्त हुई सीट पर 30 मई को मतदान होगा. इसको लेकर 12 मई को अधिसूचना जारी हो गई है लेकिन जदयू में राज्यसभा उम्मीदवार को लेकर अभी सस्पेंस बना (Suspense in JDU For Rajya Sabha candidate) हुआ है.
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10 जून को होगा चुनावः 10 जून को होने वाले 5 सीटों पर मतदान में 2 सीट बीजेपी को, 1 सीट जदयू को और 2 सीट आरजेडी को मिलना तय माना जा रहा है. शरद यादव की सीट पहले से खाली है. वही आरसीपी सिंह का कार्यकाल जुलाई में पूरा हो रहा है. मीसा भारती का भी कार्यकाल जुलाई में पूरा हो रहा है. दूसरी ओर बीजेपी के गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दुबे का भी कार्यकाल 7 जुलाई को पूरा हो रहा है.
राजद को एक सीट का फायदाः 5 सीटों पर होने वाले चुनाव में आरजेडी को 1 सीट का फायदा होगा. मीसा भारती का फिर से राज्यसभा जाना तय माना जा रहा है. शरद यादव जदयू कोटे से ही राज्यसभा में गए थे लेकिन नीतीश कुमार से विवाद होने के कारण बीच में ही उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई. अब देखना है आरजेडी उन्हें राज्यसभा देती है या नहीं. देखना है कि बीजेपी अपने पुराने उम्मीदवार को ही उतारती है या फिर किसी नये चेहरा को टिकट देती है.
आरसीपी सिंह दो बार जा चुके हैं राज्यसभाःजदयू की तरफ से केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का नाम भी तय माना जा रहा है. आरसीपी सिंह दो बार पहले भी राज्यसभा जा चुके हैं. आरसीपी सिंह के बीजेपी से हाल के दिनों में काफी नजदीकियां देखने को मिली है तो दूसरी तरफ ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा के साथ लगातार दूरियां बढ़ने की बातें आती रही है. लेकिन आज भी वे नीतीश कुमार के खासम खास माने जाते हैं. इसलिए आरसीपी सिंह के नाम पर मुहर लगना औपचारिकता है. लेकिन किंग महेंद्र के स्थान पर पार्टी इस महीने होने वाले राज्यसभा की एक सीट पर चुनाव में किसको उतारती है इस पर सस्पेंस बना हुआ है.
2 दिनों में उम्मीदवारों की घोषणाःभवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी का कहना है कि यह हमारे नेता नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ही फैसला करेंगे. हम लोगों की कोई भूमिका नहीं है. वहीं जदयू के वरिष्ठ नेता और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव का कहना है 2 दिनों में उम्मीदवार के नाम का फैसला हो जाएगा. 18 को नॉमिनेशन होगा.
एक सीट के लिए 41 वोट चाहिएः बिहार में 243 विधायक हैं और इस आधार पर एक सीट के लिए 41 वोट चाहिए. यदि 5 उम्मीदवार ही नामांकन करते हैं तब तो निर्विरोध निर्वाचन हो जाएगा. बीजेपी के पास अभी 77 विधायक हैं तो आरजेडी के पास 76 विधायक और जदयू के पास 45 विधायक एक निर्दलीय का भी समर्थन जदयू को प्राप्त है. आरजेडी और बीजेपी को अपने उम्मीदवार के लिए सहयोगी दलों का समर्थन लेना होगा.
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