पटना: बिहार में करीब सवा लाख प्राथमिक माध्यमिक शिक्षक (Primary Secondary Teacher) और उच्च माध्यमिक शिक्षकों (Higher Secondary Teachers) के नियोजन की प्रक्रिया चल रही है. छठे चरण के नियोजन की इस प्रक्रिया के बाद सातवें चरण के लिए शिक्षा विभाग ने खास तैयारी की है. परेशानियों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने सातवें चरण से एक रिक्रूटमेंट बोर्ड (Recruitment Board) के जरिए शिक्षकों की बहाली (Teachers Appointment) की योजना तैयार की है.
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अभ्यर्थी सरकार के इस कदम का स्वागत कर रहे हैं लेकिन यह मांग भी कर रहे हैं कि पहले छठे चरण की काउंसलिंग शिक्षा विभाग जल्द से जल्द पूरी कराए. दरअसल, छठे चरण में 90,762 प्राथमिक शिक्षक और 30,020 माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया वर्ष 2019 से ही चल रही है. पंचायत चुनाव की वजह से प्राथमिक शिक्षकों के नियोजन का मामला अधर में लटका है.
प्राथमिक शिक्षक नियोजन में दो राउंड की काउंसलिंग में 38,000 अभ्यर्थियों का चयन छठे चरण में हो चुका है. वहीं, माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया दिसंबर में पूरी होने की संभावना है. दो राउंड की काउंसलिंग में बड़ी संख्या में फर्जी सर्टिफिकेट पर अभ्यर्थियों के चयन की पुष्टि शिक्षा विभाग द्वारा जारी जांच में हुई है. कई जगहों पर चयनित सूची को रद्द करना पड़ा.
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शिक्षा विभाग फर्जी सर्टिफिकेट को लेकर अब फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है. यह भी घोषणा की गई है कि जब तक सभी सर्टिफिकेट की जांच नहीं होगी तब तक चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नहीं मिलेगा. छठे चरण में अभ्यर्थियों की काउंसलिंग के दौरान फर्जीवाड़े की शिकायत से परेशान शिक्षा विभाग अगले चरण में नए तरीके से शिक्षकों की बहाली की योजना बना रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि अब नियोजन इकाई के जिम्मे बहाली का काम नहीं होगा.